महाराष्ट्र: तीसरी क्लास में पढ़ने वाले बेटे ने स्कूल में सुनाई थी किसान आत्महत्या पर कविता, कर्ज के बोझ तले पिता ने दी जान
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

मुंबई: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) के लाख कोशिश के बाद भी प्रदेश में कर्ज के बोझ के चलते किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला अहमदनगर जिले की पथराड़ी तहसील से आया है. यहां शुक्रवार को एक  35 साल के मल्हारी बटुले (Malhari Batule) नामक किसान ने कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना से कुछ घंटे पहले ही किसान के बेटे ने स्कूल में एक कविता पढ़ी थी. जिसमें तनावग्रस्त किसानों से आत्महत्या न करने की बात कही गई थी. वहीं किसान के आत्महत्या के बाद पूरे परिवार में मातम है.

पथराड़ी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के अनुसार भरजवाड़ी निवासी मलहारी बटुले पर कुछ कर्ज बकाया था. इस बीच उसने कुछ दिन पहले लोन पर एक गाड़ी निकाला था. जो बीच  में चोरी होने के बाद मासिक किस्त भी बकाया चल रही थी. अधिकारियों ने यह भी बताया कि उसने अपनी बहन की शादी के लिए कर्ज लिया था. इन सभी बातों को लेकर वह काफी तनाव में चल रहत था. जिससे चलते उसने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया. अधिकारी ने कहा, “उसी दिन मराठी भाषा दिवस (27 फरवरी) के अवसर पर उसके बेटे प्रशांत बटुले ने अपने स्कूल में किसानों से आत्महत्या न करने का आग्रह करने वाली कविता पढ़ी थी.” यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: अकोला में सूखे की वजह से किसान दंपत्ति ने की आत्महत्या, कुएं में मिला शव

इस घटना पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दुःख जताया है. उन्होंने कहा कि परिवार को  हरसंभव मदद किया जाएगा. देशमुख ने यह भी कहा कि  राज्य सरकार की तरफ से घोषित कर्ज माफी से अगले 2 महीने में किसानों को काफी राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की कर्ज माफी योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. कर्ज  माफी योजना की घोषणा  सीएम उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने की थी. (इनपुट भाषा)