Narayan Rane Gets Bail: सीएम उद्धव ठाकरे मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जमानत मिलने के बाद ट्वीट, लिखा ‘सत्यमेव जयते’
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Photo Credits: ANI)

मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में रत्नागिरि पुलिस ने मंगलवार को बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद उनके बयान दर्ज किये जाने के बाद राणे को रात में रायगढ़ मजिस्ट्रेट कोर्ट (Raigad Magistrate Court) में पेश किया. उनके लिए राहत की बात रही कि कोर्ट ने उनके वकील अनिकेत निकम की दलील सुनने के बाद राणे को जमानत दे दी. राणे को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया आई हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘सत्यमेव जयते’, यानी सत्य की सदैव ही विजय होती है.

वहीं इससे पहले बीजेपी नेता के वकील निकम ने आरोप लगाया कि पुलिस राणे को गिरफ्तार करने से पहले कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करने में विफल रही और वह उनकी गिरफ्तारी का विरोध करेंगे. केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री राणे की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में उनके खिलाफ 4 प्राथमिकी दर्ज की गई थी. यह भी पढ़े: Maharashtra: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रायगढ़ मजिस्ट्रेट कोर्ट से मिली जमानत, सीएम उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने वाले बयान पर हुए थे गिरफ्तार

नारायण राणे का ट्वीट:

आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में पुलिस ने राणे के खिलाफ  भारतीय दंड संहिता की धारा 189 (लोकसेवक को नुकसान पहुंचाने की धमकी देने) और धारा 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करना) तथा धारा 505 (सार्वजनिक तौर पर शरारत से संबंधित बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया.

दरअसल सोमवार को नारायण राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में सीएम उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं. यह बात राणे ने रायगढ़ जिले में ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान अपने भाषण में कहा, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं.

राणे यहीं नहीं रुके उन्होंने लोगों से पूछते हुए कहा कि अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.’’ राणे अपनी इस टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद उनके खिलाफ महाराष्ट्र में एक नहीं बल्कि अलग- अलग धाराओं में चार केस दर्ज किये गए. (इनपुट एजेंसी के साथ)