महिला बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने सीएम उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र, कहा- गर्भवती और बीमार महिला सरकारी कर्मचारियों को मिले वर्क फ्रॉम होम की इजाजत

रोना महामारी से खासकर गर्भवती महिलाओं और अन्य बीमारियों से पीड़ित सरकारी महिला कर्मचारियों को बचाने को वर्क फ्राम होम करने को लेकरने सीएम उद्धव ठाकरे को का पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने मांग की है कि ऐसी महिलाओं को घर से ही काम करने की इजाजत दी जाए.

महिला बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर (Photo Credits ANI)

मुंबई: कोरोना महामारी से महाराष्ट्र सबसे ज्यादा परेशान है. राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार परेशान है कि इस महामारी से लोगों को कैसे बचाया जाए. कोरोना महामारी से गर्भवती और बीमार महिला सरकारी महिला कर्मचारियों को बचाने को लेकर महिला एवं बालविकास मंत्री यशोमती ठाकुर (Yashomati Thakur) ने सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देने को लेकर पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने मांग की है कि ऐसी महिलाओं को घर से ही काम करने की इजाजत दी जाए.

मंत्री  यशोमती ठाकुर ने सीएम को लिखे पत्र में उन्होंने मांग की है कि 50 साल से ज्यादा उम्र की सरकारी महिला कर्मचारी जो हृदयरोग,डाइबटीज, सांस की तकलीफ और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं और गर्भवती हैं. ऐसी महिलाओं को  सरकार मानवता के आधार पर उन्हें घर से काम (Work From Home)  करने की अनुमति दे. ताकि वह कोरोना महामारी से बच सके. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का बयान, कहा- कोरोना वायरस से फैली इस महामारी के लिए दिल्ली पुलिस जिम्मेदार

दरअसल राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर राजपत्रित अधिकारी महासंघ ने यशोमती ठाकुर से ऐसी महिला कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम करने की अनुमति देने को लेकर अनुरोध किया था. उनके अनुरोध के बाद मंत्री यशोमती ने सीएम उद्वव ठाकरे को पत्र लिख बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से गर्भवती महिलाओं को ऑफिस आने जाने के दौरान वे कोरोना से शिकार हो सकती है. ऐसे में उनकी मांग है कि ऐसी महिलाओं को वर्क फ्राम होम करने की इजाजत दी जाए. उन्होंने सीएम से यह भी उम्मीद जताई है कि वे इसकाम के लिए अनुमति देंगे.

 

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