लखनऊ: अंतर्राष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह (Vartika Singh) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को खून से एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने निर्भया के चारों दोषियों को महिला द्वारा फांसी दिए जाने की मांग की है. शूटर वर्तिका सिंह ने पत्र में लिखा है, निर्भया मामले के दोषियों को फांसी मेरे द्वारा दी जानी चाहिए. यह पूरे देश के लिए एक संदेश देगा कि एक महिला भी फांसी दे सकती हैं. वर्तिका सिंह ने कहा, मैं चाहती हूं कि महिला कलाकार और सांसद मेरा समर्थन करें. मुझे उम्मीद है कि इससे समाज में बदलाव आएगा.
देशभर में निर्भया गैंगरेप के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग उठ रही है. चारों दोषियों को जल्द फांसी देने की याचिका पर 18 दिसंबर को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है. पूरा देश 18 दिसंबर का इंतजार कर रहा है. इस बीच तिहाड़ जेल में दोषियों की फांसी को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है.
शूटर ने गृहमंत्री को खून से लिखा पत्र-
Lucknow: International shooter Vartika Singh has written a letter in blood to Union Home Minister Amit Shah stating that the four men convicted in Nirbhaya gang-rape case should be executed by a woman. (14.12.19) pic.twitter.com/Urgev019xf
— ANI UP (@ANINewsUP) December 15, 2019
निर्भया मामले के चौथे दोषी विनय को मंडोली जेल से तिहाड़ शिफ्ट किया गया है. तीनों एनी दोषी मुकेश, पवन और अक्षय पहले से ही तिहाड़ में बंद हैं. फांसी देने की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. इसके लिए फांसी के चार तख्त तैयार किए गए हैं. साथ ही इसका ट्रायल भी कर लिया गया.
निर्भया गैंगरेप
दिल्ली में 2012 में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता निर्भया की मां ने कहा कि वह चाहती हैं कि दोषियों को 16 दिसंबर को ही फांसी दी जाए, क्यों कि यह अपराध उसी दिन हुआ था. 16-17 दिसंबर 2012 की दरमियानी रात दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में छह लोगों ने 23 वर्षीय छात्रा का सामूहिक दुष्कर्म किया था. उन्होंने बर्बरता के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया था.
निर्भया को इलाज के लिए 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के एक अस्पताल भर्ती कराया गया था. लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था. निर्भया मामले में कुल 6 दोषियों में से एक ने जेल में आत्महत्या कर ली थी, जबकि एक नाबालिग दोषी अपनी सजा काटकर जेल से बाहर आ चुका है.