भोपाल: मालेगांव बम विस्फोट मामले में दोषमुक्त हो चुकीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) ने सोमवार को कहा कि वह भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के खिलाफ भाजपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के लिये तैयार हैं.भोपाल लोकसभा सीट भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है और इस सीट पर वर्ष 1989 से भाजपा का कब्जा है. साध्वी ने दिल्ली से फोन पर पीटीआई भाषा को बताया कि संगठन :भाजपा: ने यदि कहा तो वह दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव में उतरने के लिये तैयार हैं. उन्होने कहा, ‘‘दिग्विजय हिन्दू विरोधी नेता हैं और उन्होंने हिन्दुओं को आतंकवादी कहा था.’’
हालांकि, साध्वी ने टिकट के लिये भाजपा नेताओं से संपर्क करने से इंकार किया और कहा कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगी. साध्वी प्रज्ञा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद :एबीवीपी: की नेता और विश्व हिन्दू परिषद की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी में भी सक्रिय रही हैं तथा अपने तीखे भाषणों के लिये जानी जाती हैं. कांग्रेस द्वारा भोपाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनावी रण में उतारने के फैसले के बाद भाजपा इस सीट से अपना मजबूत प्रत्याशी उतारने के लिए मंथन कर रही है. यह भी पढ़े": लोकसभा चुनाव 2019: शिवराज सिंह चौहान ने किया कटाक्ष, कहा- दिग्विजय सिंह बंटाधार रिटर्न हैं
पिछले तीन दशकों से भोपाल लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ रहा है. इसलिए इस सीट को बनाए रखने के इरादे से पार्टी ने अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करना शुरू कर दिया है। भाजपा के एक नेता ने बताया, ‘‘भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने पहले भोपाल के महापौर आलोक शर्मा और भाजपा के प्रदेश महासचिव वी डी शर्मा के नाम पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति को भेजा था। लेकिन कांग्रेस द्वारा दिग्विजय को भोपाल सीट से उतारे जाने के बाद भाजपा ‘बी प्लान’ पर काम कर रही है.’’
भोपाल संसदीय सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में इनमें से 3 सीटों पर कांग्रेस जीती जबकि भाजपा ने 5 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि, भाजपा को इन 8 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस से ज्यादा मत मिले थे, लेकिन दोनों दलों के बीच मतों का अंतर ज्यादा नहीं था. भोपाल के मौजूदा सांसद आलोक संजर हैं और उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से 3.70 लाख से अधिक मतों से विजय प्राप्त की थी