गंगा में शवों के मिलने पर भड़के लालू, बोले, ' मरने के बाद कफन नसीब नही
बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर गंगा नदी में मिले शवों को लेकर अब बिहार में सियासत तेज हो गई है.
पटना, 13 मई : बिहार और उत्तर प्रदेश (Bihar and Uttar Pradesh) की सीमा पर गंगा नदी में मिले शवों को लेकर अब बिहार में सियासत तेज हो गई है. इस बीच, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने सरकार पर इस मामले को लेकर निशाना साधा है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आरोप लगाया है कि जिंदा रहते इलाज नहीं मिला और मरने के बाद कफन तक नसीब नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं के शवों को दफनाया जा रहा है.
लालू प्रसाद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, '' जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया. मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफन और जमीन भी नसीब नहीं हुआ. दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया. कुत्ते लाशों को नोच रहे है. हिंदुओं को दफनाया जा रहा है. कहाँ ले जा रहे है देश और इंसानियत को?'' इससे पहले राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस मामले को लेकर सरकार को घेर चुके हैं. यह भी पढ़ें : कोविड-19 रोधी टीके खरीदने के लिए हरियाणा वैश्विक निविदा आमंत्रित करेगा
तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, '' बहार के बक्सर में सैकड़ों लाशें गंगा में तैरती मिली. कल्पना कीजिए हालात कितने भयावह है. सरकार अब भी जमीनी हकीकत को स्वीकार नहीं कर रही है. डबल इंजन सरकार फेल है इसलिए अब गांवों में भी संक्रमण फैल चुका है. अस्पताल क्या शमशानों में भी जगह नहीं. लोग लाशों को फेंकने पर मजबूर है.'' उल्लेखनीय है कि बिहार के बक्सर जिले के चैसा में कई शवों को बरामद किया गया है. इसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर गंगा नदी में जाल लगा दिया गया है.