करोड़ों की संपत्ति होने के बाद भी लोगों को जिंदगी में शांति नहीं मिलती. किसी ने सच ही कहा है पैसे से इंसान सब कुछ खरीद सकता है, लेकिन मानसिक सुकून और खुशी नहीं खरीद सकता. ऐसा ही कुछ फ्रांस ( (France) के रहने वाले डेनियल के साथ हुआ. वे 30 साल पहले शांति की तलाश में भारत आए थे और यहीं के होकर रह गए.
जब वे भारत (India) आए तो उन्हें यहां के बारे में कुछ भी पता नहीं था. लेकिन जब उनकी मुलाकात निरंजनी अखाड़े के संत देवगिरी से हुई तो उन्हें सनातन धर्म (Sanatan Dharm) और अखाड़े की दिनचर्या ने इतना आकर्षित किया कि उन्होंने भारत में ही रहने का फैसला कर लिया. डेनियल बाबा ने हिंदू धर्म अपना लिया और नाम बदलकर 'भगवान गिरी' बन गए. डेनियल बाबा वो सब कुछ करते हैं जो एक साधु को करना चाहिए.
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प्रयागराज (Prayagraj) में कुंभ (Kumbh 2019) मेले की शुरुआत कुछ ही दिनों में हो जाएगी. निरंजनी अखाड़े के साथ मिलकर 'भगवान गिरी' कुंभ की तैयारियां कर रहे हैं. वे प्रयागराज में ध्वज लहराने की भी तैयारियां कर रहे हैं. उनका कहना है कि कुंभ खत्म होने तक वो प्रयागराज में ही रहेंगे.
फ्रांस में अपनी करोड़ों की संपत्ति और ऐशो आराम की जिंदगी छोड़कर आए 'डेनियल बाबा' को सनातन धर्म बहुत अच्छा लगता है. उनका कहना है कि सनातन धर्म में शांति है. इसलिए वो अपनी आगे की जिंदगी इसी धर्म की साधना में लगाएंगे.