कोलकाता, 15 अगस्त: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के बाहर बुधवार को प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुई भीड़ उग्र हो गई. गुस्साई भीड़ अस्पताल परिसर में घुस गई और जमकर तोड़फोड़ की. गुरुवार तड़के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दिल दहला देने वाले दृश्य देखने को मिले. अस्पताल में काम करने वाले नर्स और पुलिसकर्मी सैकड़ों की भीड़ के बीच फंस गए. भीड़ अस्पताल में तोड़फोड़ कर हिंसा फैला रही थी. इस भयावह मंजर से अस्पताल का पूरा स्टाफ सहम गया. बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुए महिला डॉक्टर रेप-मर्डर केस की जांच सीबीआई कर रही है.
इस अराजकता में पुलिसकर्मी भी खुद को असहाय महसूस करने लगे. पिछले हफ्ते एक महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या के बाद अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा के लिए नर्सों का सहारा लेना पड़ा. उस समय वहां मौजूद एक नर्स ने बताया कि हिंसक भीड़ ने पुलिस को चारों तरफ से घेर लिया था. इस अफरातफरी में फंसी एक नर्स ने बताया कि उग्र भीड़ के सामने पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी.
एक नर्स ने कहा, "इसलिए पुलिस ने हमसे सुरक्षा मांगी. ड्यूटी पर मौजूद दो पुलिसकर्मी आए और बोले, कृपया हमें अपने वार्ड में छिपा लो.” भीड़ का गुस्सा उस सेमिनार रूम की तरफ था, जहां प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या हुई थी. नर्स ने बताया, "वे सेमिनार रूम में घुसने की कोशिश कर रहे थे. उनका वही लक्ष्य वही था." भीड़ ने तीसरी मंजिल पर जाने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे. उन्होंने दूसरी मंजिल को नुकसान पहुंचाया, शायद उन्हें लगा कि यही वह मंजिल है जहां अपराध हुआ था.
नर्सों ने उस रात की दहशत को याद करते हुए बताया कि कैसे भीड़ ने अस्पताल में कोहराम मचा दिया, जिससे वे बुरी तरह डर गईं. एक नर्स ने कहा, "हम नीचे गए और बहुत डर गए थे. हमने अपनी जूनियर और सीनियर नर्सों को हमले के डर से रोते हुए देखा." उन्होंने कहा, "हम सभी अस्पताल से रोते हुए निकल गए. यह हमारे लिए बहुत भयानक अनुभव था."
एक और नर्स ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि हमें कभी भी मारा जा सकता है." अस्पताल के कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह इस तोड़फोड़ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की. एक नर्स ने कहा, "अस्पताल के अंदर इस तरह की गुंडागर्दी से हर कोई सहम गया." भीड़ ने इमरजेंसी वार्ड, नर्सिंग स्टेशन, दवा स्टोर और आउट पेशेंट विभाग को भी नुकसान पहुंचाया. उन्होंने सीसीटीवी कैमरे और वह मंच भी तोड़ दिया जहां जूनियर डॉक्टर डॉक्टर के साथ हुए अपराध के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लेकिन तब तक भीड़ ने एक पुलिस वाहन और कई मोटरसाइकिलों को नुकसान पहुंचा दिया था. इस हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इस भयावह घटना के बाद अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.