Kolkata Doctor Rape Murder: कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, अख्तर अली ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें बिना दावे वाले मृत शरीरों की अवैध बिक्री और बायोमेडिकल कचरे और मेडिकल सप्लाई को बांग्लादेश भेजने का आरोप शामिल है. अख्तर अली का कहना है कि संदीप घोष ने कॉलेज में अपने पद का दुरुपयोग किया और कई अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया.
अवैध गतिविधियों का खुलासा
अख्तर अली 2023 तक आरजी कर अस्पताल में तैनात थे. उन्होंने इंडिया टुडे टीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि डॉ. संदीप घोष अस्पताल में बिना दावे वाले मृत शरीरों का कारोबार करते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि घोष ने इन शरीरों को बांग्लादेश भेजा और मेडिकल कचरे का भी अवैध रूप से व्यापार किया. अली के अनुसार, घोष ने अस्पताल के टेंडरों में भी 20 प्रतिशत रिश्वत की मांग की थी.
संदीप घोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं
अख्तर अली का दावा है कि उन्होंने इन अवैध गतिविधियों के बारे में राज्य सतर्कता आयोग को सूचित किया था और वे डॉ. घोष के खिलाफ जांच समिति का हिस्सा भी थे. हालांकि, उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. अली ने दावा किया कि उन्होंने डॉ. घोष के खिलाफ एक जांच रिपोर्ट राज्य स्वास्थ्य विभाग को सौंपी थी, लेकिन उसी दिन उन्हें आर.जी. कर अस्पताल से ट्रांसफर कर दिया गया.
अख्तर अली ने बताया कि डॉ. संदीप घोष का प्रभाव इतना अधिक था कि उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि घोष ने कॉलेज में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान कई अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया और अली के द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, उन्हें भी निशाना बनाया गया.
छात्रों से वसूली के आरोप
अली ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. घोष ने फेल हुए छात्रों से पैसे वसूलने के लिए उन्हें जानबूझकर फेल किया. उन्होंने कहा कि कई छात्र इस वसूली का शिकार बने और घोष ने अपने प्रभावशाली नेटवर्क का उपयोग कर इन छात्रों से धन वसूली की.