Kiren Rijiju on Rahul Gandhi: सिस्टम पर सवाल उठाने को लेकर राहुल गांधी पर किरेन रिजिजू का पलटवार
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए नीट पेपर लीक मामले पर बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा में दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी.
नई दिल्ली, 24 जुलाई : संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए नीट पेपर लीक मामले पर बयान दिया. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा में दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी. किरेन रिजिजू का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि पेपर लीक में जो भी शामिल हैं, उसे सजा मिलेगी. राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद संसद से माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी ने जो भी कहा वो बहुत गलत था. जो छात्र या जो भी लोग पेपर लीक में शामिल हैं, या किसी ने पेपर लीक करने की कोशिश की है, या कहीं भी कोई दोषी या लिंक पाया गया, उस पर अलग से कार्रवाई होगी.
लेकिन राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा है कि पूरा सिस्टम ही बिक चुका है. रिजिजू ने कहा कि इसके लिए राहुल गांधी को सदन से माफी मांगनी चाहिए. हमारे देश में कितने अच्छे-अच्छे लोग परीक्षा देकर, आज अच्छे पदों पर काम कर देश की सेवा कर रहे हैं. अगर एक दो लोग गलत हो जाते हैं, दो चार लोग दोषी पाये जाते हैं तो पूरे सिस्टम को दोष देना गलत है. सदन में राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि इंडिया का एजुकेशन सिस्टम कोई भी खरीद सकता है. उन्होंने इस तरह का जो गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है यह बहुत निंदनीय है. इसलिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. यह भी पढ़ें : अनुसूचित जाति, जनजाति आयोगों के अध्यक्ष पद जल्द भरे जाएं: तृणमूल सांसद कीर्ति आजाद
किरेन रिजिजू ने आम बजट 2024 को बहुत शानदार बताया. उन्होंने कहा कि इस बजट का सभी ने स्वागत किया है. लेकिन विपक्ष ने गुमराह करने की कोशिश की है. विपक्ष का कहना है कि यह दो राज्यों के लिए बजट है.
मान लीजिए 11 लाख 11 हजार 111 करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर एलोकेशन हुआ है, क्या वो एक दो राज्य के लिए है, यह पूरे देश के लिए है. तीन करोड़ जो आवास बनाना है वह पूरे देश के लिए होता है. इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर मेडिकल रिलीफ और मिडिल क्लास लोगों को रिलैक्सेशन देने का या किसानों के लिए जो सुविधा देने समेत कई कार्यक्रम हुए हैं, वो देशभर का होता है. इस तरह आम बजट को एक या दो राज्य का कहना गलत बात है.