तिरुवनंतपुरम: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के खिलाफ जारी जंग के बीच केरल (Kerala) राज्य ने मिसाल पेश की है. केरल ने कोविड-19 (COVID-19) महामारी से बिगड़ते हालात को तेजी से संभाला है. यही वहज है कि कभी कोरोना वायरस का गढ़ रहे दक्षिणी राज्य केरल में शुक्रवार को केवल एक पॉजिटिव केस मिला है. जबकि देश के अन्य राज्यों की तुलना में केरल में इस महामारी के रोगियों की संख्या तेजी से घट रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो भारत के दक्षिणी राज्य में अब तक 64.3 फीसदी कोरोना संक्रमित ठीक हो गए है. केरल में अभी 138 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है, जबकि 255 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके है. पिछले 24 घंटों में राज्य में केवल एक कोरोनो वायरस पॉजिटिव केस सामने आया है. जबकि 10 और मरीज स्वास्थ्य हुए है. राज्यभर में अब तक घातक वायरस के कारण केवल तीन लोगों की जान गई है. कोरोना पीडि़तों का अंतिम संस्कार बाधित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अदालत का निर्देश
Only 1 #COVID19 positive case reported in Kerala today,10 more people have recovered. As of now, there are 138 active cases and 255 cured cases: Kerala Health Minister's Office pic.twitter.com/NO7UShlDFp
— ANI (@ANI) April 17, 2020
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने शुक्रवार को बताया कि वर्तमान में जिनका इलाज चल रहा है और जो लोग ठीक होकर अस्पतालों से जा चुके हैं, इन सभी को मिलाकर राज्य में कोरोना के कुल 395 पुष्ट मामले अब तक सामने आ चुके हैं. उन्होंने कहा "आज घरों में 78,454 और राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 526 लोग निगरानी में हैं." हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह आराम करने का समय नहीं है क्योंकि राज्य में सभी ने इसके लिए कड़ी मेहनत की है और इससे सतर्क रहना चाहिए. लॉकडाउन: केरल में पुलिसकर्मी ने बच्चों को उनके माता पिता से मिलवाया
केरल के वित्तमंत्री थॉमस इसाक ने रविवार को बताया था कि कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण राज्य को 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र सरकार से वित्तीय मदद मांगी है. जबकि हालात सुधरने के बाद केरल में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में ढील दिए जाने की उम्मीद है.