केरल में भारी बारिश से तबाही-बाढ़ में 70 से ज्यादा की मौत, PM मोदी ने कहा-सरकार करेगी पूरी सहायता

इस बीच PM नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यंमत्री पिनरई विजयन के साथ बातचीत की. मोदी ने उनसे कहा कि केंद्र केरल के साथ पूरी दृढता से खड़ा है और वह किसी भी प्रकार की सहायता देने को तैयार है.

केरल में बाढ़ से तबाही (Photo Credit-ANI Twitter)

कोच्चि: केरल में भारी बारिश से फिलहाल कोई राहत नहीं मिलने के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. साथ ही कोच्चि हवाई अड्डे पर परिचालन शनिवार तक बंद कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ रिपोर्ट्स में मौतों का ये आंकड़ा 70 से 75 तक है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. इस वजह से सभी 14 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. उत्तर में कासरगोड से लेकर दक्षिण में तिरूवनंतपुरम तक सभी नदियां उफान पर हैं. मुल्लापेरियार समेत 35 बांधों के फाटक खोल दिए गए हैं. खतरे की आशंका के मद्देनजर गुरुवार को केरल के सभी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान किया गया है.

वहीं दूसरी तरफ केरल के वायनाड, कोझीकोड, कन्नूर, कासरगोड, मलप्पुरम, पलक्कड़, इदुक्की व एरनाकुलम में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच PM नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यंमत्री पिनरई विजयन के साथ बातचीत की. मोदी ने उनसे कहा कि केंद्र केरल के साथ पूरी दृढता से खड़ा है और वह किसी भी प्रकार की सहायता देने को तैयार है.

पीएम ने ट्वीट किया, 'केंद्र केरल के लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ा है और वह कोई भी जरुरी सहायता देने को तैयार है.

85 हजार से ज्यादा लोग शरणार्थी शिविरों में रुके.

केरल में बाढ़ से 2000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है. राज्य में लोगों के लिए 718 राहत कैंप बनाए गए हैं. हजारों लोग शरणार्थी शिविरों में हैं. राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की चार टीमें पुणे से केरल भेजी गई हैं.

इस पुरे मामले पर मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने कहा कि भारी वर्षा अभी कुछ और दिन जारी रहेगी. स्थिति के बिगड़ने की आशंका बनी हुई है. पूरे राज्य में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रखे गए हैं. साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 15 अगस्त को केरल के मुख्यमंत्री से बात की और राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली.

गृह मंत्री ने दिन भर में दो बार मुख्यमंत्री से बात की. इस दौरान उन्होंने दक्षिणी राज्य में बचाव, राहत और पुनर्वास के कार्यों में केंद्र की ओर से सभी तरह की मदद का आश्वासन दिया.

नगर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर जानकारी दी, 'हमने सभी घरेलू और विदेशी एयरलाइनों से कोचिन की अपनी उड़ानों के लिए त्रिवेंद्रम या कालीकट से समय सारणी तय करने को कहा है. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संदर्भ में विशेष व्यवस्था की जरूरत होगी जो आपातस्थिति को ध्यान में रखकर मंजूर की गई है. डीजीसीए समन्वय कायम कर रहा है.

कर्नाटक के 6 जिलों में भी हाई अलर्ट.

बता दें कि राज्य के कई इलाकों में मंगलवार रात से भारी बारिश हो रही है. कर्नाटक के कोडगु, दक्षिण कन्नड़, मैसूर, हासन, चिकमंगलुरु, शिवमोगा में नदी-नाले उफान पर हैं। बारिश का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया.

गौरतलब है कि मौसम विभाग ने बुधवार को पूरे केरल में भारी बारिश और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी. सुबह 4.40 बजे मुल्लापेरियार बांध के 13 गेट खोले गए.

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