केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले (Kerala Gold Smuggling Case) में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है. दरअसल राष्ट्रीय जांच एजेंसी जो आरोपियों की जमानत याचिका के विरोध में जवाब दायर किया है, उसमें कहा गया है कि गोल्ड स्मगलिंग का तार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी डी-कंपनी (Dawood Ibrahim D Company) के सुराग मिल रहे हैं. वहीं, इस खबर के बाद हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले को लेकर MoS MEA वी मुरलीधरन ने कहा कि एनआईए ने कहा है कि केरल सोने की तस्करी के आरोपियों का दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी से कनेक्शन है. यह एक गंभीर मसला है. मुझे यकीन है कि एनआईए और गृह मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई करेगा कि आरोपियों के खिलाफ यूएपीए आरोपों की पुष्टि की जाए.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपने जवाब में कहा था कि गोल्ड की स्मगलिंग से मिलने वाले मुनाफे का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और आतंकी कृत्यों में होने की संभावना संबंधी खुफिया जानकारी है. मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए 180 दिन तक सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखा जाना अत्यंत आवश्यक है. वहीं, इस बीच खबर यह भी सामने आई है कि केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में स्पेशल NIA कोर्ट ने 10 आरोपियों को जमानत दे दी है. जबकि तीन आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी.
ANI का ट्वीट:-
NIA has said that the accused in Kerala gold smuggling case have connections with Dawood Ibrahim's D-company. This is a serious issue. I'm sure NIA &Home Ministry will take appropriate action to ensure that UAPA charges against accused stand substantiated: MoS MEA V Muraleedharan pic.twitter.com/ds4e8xtTpi
— ANI (@ANI) October 15, 2020
गौरतलब हो कि गोल्ड स्मलिंग केस तब सामने आया था जब तिरुवनंतपुरम में यूएई कांसुलेट के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को कस्टम के अधिकारियों ने 30 किलो सोना दुबई से केरल लाने में मदद करने के आरोप में पकड़ा था. ये मामला तब और बड़ा हो गया जब कांसुलेट की एक और पूर्व कर्मचारी स्वपना सुरेश, जो केरल सरकार की आईटी विभाग में पदस्थ थी, का नाम आया. उसका मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रमुख सचिव एम. शिवशंकर से भी लिंक सामने आया था.