तिरुवनंतपुरम: पुलिस (Police) ने रविवार को यह जानकारी दी कि केरल (Kerala) के कन्नूर जिले में परियाराम मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Pariyaram Medical College Hospital) के सामने एक पहाड़ी पर झाड़ियों के पीछे छिपी हुई कार को हवाईअड्डे (Airport) पर सोने की तस्करी (Gold Smuggling) करने वाले संदिग्ध अर्जुन अयंकी (Arjun Ayanki) द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था. पुलिस कोझीकोड जिले के करीपुर हवाईअड्डे पर सोने की तस्करी में इस्तेमाल होने वाली कार की तलाश में थी. हाल ही में कोझीकोड के रामनट्टुकरा में दो सोने की तस्करी करने वाले गिरोहों के बीच पीछा करने के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई थी, जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया था. Kerala gold smuggling case: सोना तस्करी मामले में शिवशंकर की हिरासत 12 नवंबर तक बढ़ाई गई
अयंकी माकपा समर्थक थे और कन्नूर में पार्टी के रेड वालंटियर के कप्तान थे, और सोशल मीडिया में उनके विशाल अनुयायियों के साथ, साइबर दुनिया में राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने वाले फेसबुक योद्धा थे. हालांकि, सोने की तस्करी की घटनाओं के सामने आने के बाद, कन्नूर और राज्य दोनों स्तरों पर वह पार्टी नेतृत्व से हाथ धो बैठे.
कन्नूर पुलिस ने रविवार शाम को कार की पहचान उसके इंजन नंबर से की, क्योंकि नंबर प्लेट हटा दी गई थी.
लाल मारुति स्विफ्ट कार चेम्बिलोड के सी सजेश की है जो सीपीआई एम के सदस्य और डीवाईएफआई चेम्बिलोड डिवीजन सचिव थे. उसकी कार के तस्करी में शामिल होने की खबर के बाद, साजेश को तुरंत पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
सजेश के करीबी सूत्रों ने बताया कि अयंकी जब से कार लेकर आया था तब से वह हमेशा कार का इस्तेमाल करता था. सोने की तस्करी के मामले में अपने निचले स्तर के कई कार्यकर्ताओं के नाम सामने आने के बाद माकपा की स्थिति खराब है.
कन्नूर जिला सचिव एमवी जयराजन ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोना तस्करी मामले में शामिल लोगों से खुलकर दूरी बना ली. पार्टी के राज्य कार्यवाहक सचिव, ए विजयराघवन ने यह भी कहा कि माकपा किसी भी असामाजिक गतिविधियों का समर्थन नहीं करेगी और पार्टी के किसी भी कैडर को इस तरह के सौदे में शामिल होने की अनुमति नहीं देती है.