Karnataka Rains: हाई अलर्ट पर चिक्कमगलुरु, कोडागु में भूस्खलन का खतरा

कर्नाटक अभी भी प्री-मानसून बारिश के कारण गंभीर बाढ़ के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में चिक्कमगलुरु जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है, यहां तक कि कोडागु में भूस्खलन का खतरा भी है.

Representative Image | Photo: PTI

बेंगलुरु: कर्नाटक अभी भी प्री-मानसून बारिश के कारण गंभीर बाढ़ के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में चिक्कमगलुरु जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है, यहां तक कि कोडागु में भूस्खलन का खतरा भी है. पिछले साल मानसून के कहर को देखते हुए अधिकारी घटनाओं को लेकर अधिक चिंता में हैं. चिक्कमगलुरु में 47 ग्राम पंचायतों की सीमा में आने वाले 77 गांवों को डेंजर जोन के तहत बताया गया है. Karnataka: कर्नाटक में दूषित पानी पीने से महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 30 लोग बीमार.

पूरे जिले में सावधानी बरतने के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि पिछले साल भारी नुकसान हुआ था. कोडागु जिला पिछले पांच वर्षों में भूस्खलन और बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. मदिकेरी तालुक से 768 परिवारों के 2,681 लोगों को स्थानांतरित करने के बारे में जिला प्रशासन ने पहले ही सरकार को एक रिपोर्ट भेज दी है. प्रशासन ने आपातकालीन स्थितियों में भाग लेने के लिए 26 शिविर स्थापित करने का भी निर्णय लिया है.

रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि सोमवारपेट तालुक में 1,143 परिवारों से 4,162 लोगों को स्थानांतरित किया जाना है और 30 शिविर स्थापित किए जाने हैं. इसी तरह, 582 परिवारों के 2,049 लोगों को स्थानांतरित किया जाना है और विराजपेट तालुक में 26 शिविर खोले जाने हैं.

पिछले साल इस क्षेत्र में तबाही मची थी. अधिकारियों ने पुष्टि की कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल (एनडीआरएफ) कोडागु जिले में आ रहा है. मध्य और उत्तर कर्नाटक भी बारिश के कहर का सामना कर रहा है. किसानों को भारी नुकसान की खबर है. प्रशासन युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है.

राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में कहा था कि राज्य में प्री-मानसून बारिश (अप्रैल से जून) के कारण 52 लोगों की मौत हो गई है, साथ ही संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है और अधिकारियों को तत्काल राहत प्रदान करने का निर्देश दिया था. 20,000 हेक्टेयर में फसल के नुकसान और 814 घरों को नुकसान के अलावा कुल 331 पशुओं के नुकसान की सूचना मिली है.

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