देश में हर साल 26 जुलाई का दिन कारगिल विजय दिवस के तौर पर आज मनाया जा रहा है. इस दौरान नेता-अभिनेता सभी अपने अंदाज में देश के शहीद हुए वीरों को नमन कर रहे हैं. देश के विभिन्न इलाकों में कारगिल दिवस की खुशी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. वहीं जम्मू कश्मीर के द्रास में बने कारगिल वार मेमोरियल को दुल्हन की तरह सजाया गया है. करगिल युद्ध के 20 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1999 के करगिल युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों को शनिवार को श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, कारगिल विजय दिवस पर मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं. यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है. इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. जय हिंद
कारगिल विजय दिवस पर मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं। यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है। इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। जय हिंद! pic.twitter.com/f7cpUFLO9o
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2019
करगिल युद्ध के 20 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध के दौरान उस क्षेत्र के अपने दौरे और जवानों के साथ बातचीत करने वाली तस्वीरें शुक्रवार को साझा की. उन्होंने टि्वटर पर कहा, ‘‘साल 1999 में करगिल युद्ध के दौरान मुझे करगिल जाने और हमारे बहादुर सैनिकों के साथ एकजुटता दिखाने का अवसर मिला.
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 1999 में वह जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के लिए काम कर रहे थे. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘करगिल का दौरा और सैनिकों के साथ बातचीत अविस्मरणीय है. तस्वीरों में वह सैन्यकर्मियों से बातचीत करते और घायल सैनिकों से मुलाकात करते दिखाई दे रहे हैं.
During the Kargil War in 1999, I had the opportunity to go to Kargil and show solidarity with our brave soldiers.
This was the time when I was working for my Party in J&K as well as Himachal Pradesh.
The visit to Kargil and interactions with soldiers are unforgettable. pic.twitter.com/E5QUgHlTDS
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2019
गौरतलब हो कि भारतीय सेना के रणबांकुरों 26 जुलाई 1999 को पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. भारतीय सीमा में घुसपैठ कर हमला करने वाले पाकिस्तान सेना ने खदेड़ के फिर से उनके देश में भगा दिया था. इस काम के लिए पाक सेना ने अपने 5000 जवानों को कारगिल पर चढ़ाई करने के लिए भेजा था. करगिल युद्ध लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई को उसका अंत हुआ. सेना ने आज के ही दिन ठीक 20 साल पहले अपनी शहादत देकर कारगिल को बचाया था.