Kanpur Encounter: विकास दुबे के दो साथियों को शरण देने वाले ओम प्रकाश पांडे और अनिल पांडे को पुलिस ने ग्वालियर से किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में 8 जवानों की हत्या करने वाला मुख्य आरोपी विकास दुबे बीते शुक्रवार को पुलिस के चंगुल से भागने की कोशिश के दौरान एसटीएफ व पुलिस द्वारा मुठभेड़ में ढेर हो गया. इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस के चार कर्मचारी भी बुरी तरह से घायल हो गए.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर जिले (Kanpur) में 8 जवानों की हत्या करने वाला मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) बीते शुक्रवार को पुलिस के चंगुल से भागने की कोशिश के दौरान एसटीएफ व पुलिस द्वारा मुठभेड़ में ढेर हो गया. इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस के चार कर्मचारी भी बुरी तरह से घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए कानपुर स्थित लाला लाजपत राय अस्पताल (Lala Lajpat Rai Hospital) में भर्ती कराया गया है.
वहीं कानपुर मुठभेड़ के अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) शहर के रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए इन दोनों लोगों पर आरोप है कि इन्होंने विकास दुबे के दो साथियों को अपने यहां शरण देते हुए छुपाए रखा. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का नाम ओम प्रकाश पांडे (Om Prakash Pandey) और अनिल पांडे (Anil Pandey) है. पुलिस का कहना है कि इन दोनेां के खिलाफ भी कानपुर में केस दर्ज है.
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बता दें कि विकास दुबे ने 9 जुलाई सुबह करीब 9.30 बजे के करीब उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर किया था. दुबे को पकड़ने के लिए पिछले एक हफ्ते से पुलिस की कई टीमें सक्रिय थीं, लेकिन वह लगातार चकमा दे रहा था. सरकार ने विकास दुबे के उपर 5 लाख रूपये का इनाम रखा था.
दुबे को बीते शुक्रवार कानपुर लाया जा रहा था, लेकिन इस दौरान अचानक गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे एक घायल पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने लगा. पुलिस ने उसे सरेंडर करने का मौका दिया, लेकिन विकास दुबे ने इस दौरान फायरिंग करनी शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी और चिकित्सा के लिए अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई.