
कल्याण: महाराष्ट्र के कल्याण शहर में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक चार मंजिला इमारत की ऊपरी मंजिल की स्लैब अचानक नीचे गिर गई. यह दर्दनाक घटना मंगलराघो नगर इलाके की सप्तशृंगी बिल्डिंग में दोपहर करीब 2:25 बजे हुई. स्लैब गिरने से नीचे की मंजिलें भी चपेट में आ गईं, जिससे 6 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए. इस हादसे में दो साल की बच्ची नामसवी श्रीकांत शेलार की जान चली गई.
इसके अलावा जिन अन्य लोगों की मौत हुई, वे हैं: प्रमिला कालचरण साहू (56 वर्ष), सुनीता नीलांचल साहू (38 वर्ष), सुशीला नारायण गुर्जर (78 वर्ष), वेंकट भीमा चव्हाण (42 वर्ष), सुजाता मनोज वाडी (38 वर्ष). इस हादसे ने कई परिवारों को गहरा ज़ख्म दे दिया है. मलबे में दबने से हुई मौतें दिल को झकझोर देने वाली हैं.
घायल बच्चों का इलाज जारी, राहत कार्य तेजी से जारी
घटना में चार लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो छोटे बच्चे (चार साल के) भी शामिल हैं. उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. मौके पर पहुंची कल्याण-डोंबिवली नगर निगम की फायर ब्रिगेड और ठाणे डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (TDRF) की टीमें मलबा हटाने में लगी हुई हैं.
दो साल की बच्ची समेत 6 की मौत
#WATCH | Thane, Maharashtra: Six people have died in the Shri Saptashringi building in Kalyan, after its fourth floor collapsed during renovation. pic.twitter.com/1KJhYdKtgu
— ANI (@ANI) May 20, 2025
पुलिस अधिकारी ने बताया, “चौथी मंजिल की स्लैब सीधे नीचे की मंजिलों पर आ गिरी, जिससे पूरा ढांचा अस्थिर हो गया.” राहत कार्य खत्म होने के बाद संरचनात्मक सुरक्षा जांच भी की जाएगी.
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, बिल्डिंग पुरानी और जर्जर हालत में थी, लेकिन इसकी मरम्मत या पुनर्विकास का कोई काम नहीं चल रहा था.
ग्रांट रोड हादसे की भी याद ताजा
इससे पहले पिछले साल मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में भी ऐसा ही हादसा हुआ था. शताब्दी पुरानी यूनाइटेड चैम्बर्स बिल्डिंग में स्लैब गिरने से 36 वर्षीय केयरटेकर सागर निकम की मौत हो गई थी. यह बिल्डिंग भी MHADA के अधीन थी और लंबे समय से जर्जर स्थिति में थी. उस घटना के बाद भवन को खाली कराकर निवासियों को ट्रांजिट कैंप में भेजा गया था.
कल्याण की इस दुर्घटना ने एक बार फिर पुरानी और असुरक्षित इमारतों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हर साल मुंबई, ठाणे और कल्याण जैसे शहरी क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं, जिनमें जान-माल का भारी नुकसान होता है.