नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने देशभर में मॉब लिंचिंग को लेकर छिड़ी बहस के बीच विवादित बयान दिया है. कुपवाड़ा में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि देश के अंदर मुसलमानों को मारा जा रहा है और भीड़ पागल कुत्तों की तरह दौड़ा रही है. उन्होंने कहा कुछ साम्प्रदायिक ताकतें नहीं चाहती हैं कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते अच्छे हों. उन्होंने कहा भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तों को शिकार हम बनते आए हैं.
फारुख अब्दुल्ला ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह वो भारत नहीं है, जिसे हम जानते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह हम पर रहम करे. उन्होंने कहा आज देश में मुसलमानों को कैसे निशाना बनाया जा रहा है उसे बयान नहीं किया जा सकता है. देश में मॉब लिंचिंग यानी भीड़ हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर गुरुवार को विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की.
संसद में मॉब लिंचिंग पर हंगामा
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में पहली बार स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरों के परिणामस्वरूप देश में बर्बर भीड़ के हाथों पीट पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) की कई घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा कि सरकार ने सेवा प्रदाताओं से सोशल मीडिया पर अफवाहों पर लगाम लगाने को कहा है. वहीं जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया.