J&K: डीजीपी वैद बोले आतंक के खिलाफ राज्यपाल शासन में काम करना आसान

डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि कश्मीर में रमजान के दौरान जब एक तरफा सीजफायर लागू हुआ था. उस दौरान आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन पर रोक लगाई गई थी. जिसके कारण आतंकियों को इससे बहुत फायदा मिला है

डीजीपी एसपी वैद ( Photo Credit: ANI )

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी के अलग होने के बाद अब सूबे में राज्यपाल शासन लागू हो गया है. बता दें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार सुबह इसे तत्काल प्रभाव से लागू करने की मंजूरी दी. वहीं अब प्रशासनिक फेरबदल भी होना शुरू हो गया है. इसमें छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) बी.वी.आर. सुब्रमण्यम का बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर भेजा गया है.वहीं डीजीपी एसपी वैद ने संकेत दिया है कि राज्यपाल शासन के बाद पुलिस को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई  करना सरल हो जाएगा.

डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि कश्मीर में रमजान के दौरान जब एक तरफा सीजफायर लागू हुआ था. उस दौरान आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन पर रोक लगाई गई थी. जिसके कारण आतंकियों को इससे बहुत फायदा मिला है. जिसका परिणाम यह हुआ कि आतंकी घटनाएं  काफी बढ़ गई. फिलहाल अब सीजफायर खत्म होने के बाद फिर से ऑपरेशन शुरू किया जाएगा. वहीं औरंगजेब की हत्या करने वाले आतंकियों की पहचान हो गई हैं. उन्होंने कहा आतंकियों को बक्शा नहीं जाएगा.

बी.वी.आर. सुब्रमण्यम का जम्मू और कश्मीर में हुआ तबादला

बता दें कि छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) बी.वी.आर. सुब्रमण्यम का बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर भेजा गया है. जम्मू एवं कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद ऐसा किया गया है. मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सुब्रमण्यम के तबादले को मंजूरी दे दी. सुब्रमण्यम 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह 2002 से 2007 तक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निजी सचिव रह चुके हैं.

निर्मला सीतारमण पहुंची शहीद औरंगजेब के घर

देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को शहीद राइफलमैन औरंगजेब के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की. जम्मू एवं कश्मीर में 15 जून को आतंकवादियों ने औरंगजेब को अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी. रक्षा मंत्री दिन बुधवार सुबह यहां पहुंची और राजौरी जिले के मेंढर इलाके में शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. निर्माला सीतारमण ने कहा, मैं शहीद के परिवार के साथ कुछ समय बिताने आई हूं और मैं जिस संदेश के साथ आई हूं, वह यह है कि शहीद सैनिक पूरे देश के लिए प्रेरणा है.

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