शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा...
जम्मू-कश्मीर की शांति में खलल डालने वालों के आगे सीना ताने हमेशा भारतीय फौज खड़ी रहती है. अपने शरीर को लहूलुहान के होने के बाद भी वे आम जनता पर आतंक की आंच तक नहीं आने देते हैं. एक बार फिर भारतीय सेना के जवानों ने अपने बलिदान का परिचय देते हुए हिन्दुस्तानियों की आंखे नम कर दी. दरअसल जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के राजवार इलाके में रविवार को हुई मुठभेड़ में दो बड़े अफसर समेत पांच जवान शहीद हो गए हैं. शहीद होने वालों में राष्ट्रीय रायफल्स के कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद और पुलिस के एक सब-इस्पेक्टर शकील काजी शामिल हैं. वहीं इस मुठभेड़ में जवानों ने दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है. मारे गए आतंकवादियों में लश्कर ए तैयबा (Lashkar-e Taiba) का टॉप कमांडर हैदर का नाम भी शामिल है.
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के राजवार इलाके में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो बड़े अफसर समेत पांच जवान की शहादत पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हंदवाड़ा में शहीद हुए बहादुर सेना के जवानों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने अत्यंत समर्पण के साथ देश की सेवा की और हमारे नागरिकों की रक्षा के लिए अथक परिश्रम किया. उनके परिवारों और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि भारत इन बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है.
ANI का ट्वीट:-
Tributes to our courageous soldiers & security personnel martyred in #Handwara. Their valour & sacrifice will never be forgotten. They served the nation with utmost dedication & worked tirelessly to protect our citizens. Condolences to their families & friends: PM Narendra Modi pic.twitter.com/GRQIeWtHfO
— ANI (@ANI) May 3, 2020
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के हंदवाड़ा (Handwara) में सुरक्षा बलों और आंतकियों के बीच देर रात शनिवार तक मुठभेड़ हुई है. आंतकियों के साथ मुठभेड़ चंजिमुल्ला गांव में 20 घंटे तक चली लंबी चली. इस मुठभेड़ में हंदवाड़ा तहसील के रजवार इलाके में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एक कर्नल, कंपनी कमांडर एक मैजर, स्थानीय पुलिस के एसओजी के एक अधिकारी के अलावा एक लांस नायक और एक राइफलमैन शहीद हुए हैं. पैरा कमांडो ने सुरक्षाकर्मियों और घर के अंदर छिपे आतंकवादियों को अलग करने के लिए अभियान शुरू किया था.