जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी से पहले घुसपैठ की कोशिशें बढ़ेंगी: इंटेल एजेंसियां

सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों ने अलर्ट भेजा है कि पीओके में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-बद्र जैसे आतंकी संगठनों के बीच कई बैठकें हो रही हैं और वे भारी हिमपात शुरू होने से पहले कश्मीर घाटी में और उग्रवाद को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.

भारतीय सेना (Photo: PTI)

खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी से पहले पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ेंगी. इनपुट तब आया, जब सुरक्षा बलों ने भारी बर्फबारी से पहले घुसपैठ को तेज करने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी संगठनों के संदेशों को इंटरसेप्ट किया गया. हालांकि भारतीय सेना और केंद्रीय पुलिस बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ बड़े अभियान शुरू किए हैं. हाल ही में वहां कई हत्याएं की गई हैं. Infantry Day: आज ही के दिन 1947 में पहली बार श्रीनगर में उतरी थी भारतीय सेना, कुछ ही दिनों में कश्मीर से पाकिस्तानी सेना का कर दिया था सफाया.

सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियों ने अलर्ट भेजा है कि पीओके में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-बद्र जैसे आतंकी संगठनों के बीच कई बैठकें हो रही हैं और वे भारी हिमपात शुरू होने से पहले कश्मीर घाटी में और उग्रवाद को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.

एजेंसियों द्वारा इंटरसेप्ट किए गए संदेशों के अनुसार, यह भी पता चला कि पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) इन आतंकी संगठनों को सभी रसद सहायता प्रदान कर रही है और उन्हें जल्द से जल्द भारत की सीमा में धकेलने की कोशिश कर रही है.

सीमा पर तैनात बलों के सूत्रों ने कहा, इंटरसेप्ट किए गए संदेशों से यह भी पता चला है कि आईएसआई उन्हें जम्मू के पुंछ जिले के माध्यम से घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि हाल ही में लक्षित हत्याओं के बाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर और पूरी कश्मीर घाटी में सीमा सुरक्षा बल और सेना की तैनाती में काफी वृद्धि हुई है.

उन्होंने यह भी कहा कि डिकोड की गई जानकारी के अनुसार, छह या सात आतंकवादियों का एक समूह जम्मू मार्ग से कश्मीर घाटी तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है या भारतीय क्षेत्र में घुस गया है. हालांकि, इन आतंकवादियों को पकड़ने के लिए जम्मू क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.

नवीनतम खुफिया इनपुट के अनुसार, आतंकी शिविरों की संख्या 17 से बढ़ाकर 25 कर दी गई है, जिसमें लगभग 250 उग्रवादी घाटी में घुसपैठ करने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के बाद पूरे केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. अपने प्रवास के दौरान उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि अगर उन्हें घुसपैठ की कोई कोशिश दिखती है तो वे नियंत्रण रेखा पर आक्रामक कार्रवाई करें.

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