जैसलमेर, राजस्थान: हाल ही में जैसलमेर से सामने आया एक मामला न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि समाज के बदलते मानसिक ढांचे पर भी सवाल उठाता है. स्मृति जैन का वीडियो, जिसमें वह 70 वर्षीय बुजुर्ग के साथ नग्न अवस्था में आपत्तिजनक हरकतें (Porn Video) करती दिख रही थी, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो के वायरल (Jaisalmer Baba Viral Video) होते ही पुलिस हरकत में आई और युवती को उसके बॉयफ्रेंड के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तारी के बाद जो खुलासा हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया. पता चला कि आरोपी युवती स्मृति जैन (Smriti Jain) नोएडा की एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) के रूप में कार्यरत थी और सालाना 25 लाख रुपए की मोटी सैलरी कमा रही थी. इसके बावजूद, वह अश्लील वीडियो (Obscene Video) बनाकर विदेशी पोर्न साइट्स पर अपलोड कर रही थी ताकि अधिक पैसा कमा सके.
आखिर क्यों चुना ये रास्ता?
जानकारी के मुताबिक, युवती एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है. बताया जा रहा है कि कंपनी में काम करने के दौरान उसकी दोस्ती कुछ लड़कियों से हुई, जिन्होंने उसे जल्दी अमीर बनने का शॉर्टकट बताया. इन सहकर्मियों ने उसे अश्लील कंटेंट बनाकर विदेशों में बेचे जाने वाले पोर्न प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड करने का सुझाव दिया. पहले तो युवती ने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन फिर लाखों रुपये कमाने के लालच में वह भी इस गिरावट भरे रास्ते पर चल पड़ी.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि युवती और उसका बॉयफ्रेंड मिलकर ये वीडियो बनाते थे और उन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बेचकर मोटी कमाई करते थे.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
युवती के माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए भारी कर्ज लिया था, जिसे आज तक चुका नहीं पाए हैं. उन्हें उम्मीद थी कि बेटी की नौकरी से घर की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, लेकिन अब मामला उल्टा पड़ गया है. इस घटना ने पूरे परिवार को मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़कर रख दिया है.
कंपनी ने युवती को नौकरी से निकाल दिया है और अब परिवार को समाज के तानों और बदनामी का सामना करना पड़ रहा है.
प्रशासन भी हैरान
जैसलमेर के एसपी सुधीर चौधरी ने कहा कि युवक और युवती दोनों पढ़े-लिखे और अच्छे परिवारों से हैं. ऐसे में यह समझ से परे है कि उन्हें पैसों की ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी थी कि वे इस हद तक गिर गए.
सवाल खड़े करता है ये मामला
इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं –
- क्या शॉर्टकट में पैसा कमाने की लालसा अब पढ़े-लिखे युवाओं को भी नैतिकता से भटका रही है?
- क्या सोशल मीडिया और अश्लील कंटेंट की बढ़ती मांग ऐसे अपराधों को बढ़ावा दे रही है?
- क्या कंपनियों को अपने कर्मचारियों की मानसिक और नैतिक स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है?
जैसलमेर की यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि सिर्फ अच्छी नौकरी या मोटी सैलरी ही किसी की सोच और नैतिकता की गारंटी नहीं है. पैसा कमाने की अंधी दौड़ में नैतिक पतन की ये मिसाल हमें सोचने पर मजबूर करती है कि कहीं हम अपनी आने वाली पीढ़ी को सिर्फ करियर और कमाई सिखा कर इंसानियत और नैतिकता तो नहीं भूलवा रहे?













QuickLY