Babri Masjid Demolition Case: इकबाल अंसारी का स्पेशल CBI कोर्ट से आग्रह- बाबरी विध्वंस मामला खत्म करें
अयोध्या (Ayodhya) बाबरी मस्जिद पक्षकार रहे इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने कहा कि बाबरी विध्वंस (Babri Masjid Demolition Case) को 28 साल हो गए हैं, हम कोर्ट से ये मांग करते हैं कि इस मसले को खत्म करें. इसके साथ इकबाल अंसारी ने अपील कर यह भी कहा है कि अदालत को सभी आरोपियों को बरी कर देना चाहिए. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत (Special CBI Court) 30 सितंबर को अपना अंतिम फैसला सुनाएगी. बता दें कि इकबाल अंसारी बाबरी मस्जिद पक्षकार रहे हैं. उन्होंने उसे अपना निजी राय बताया है.अयोध्या विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुलझ गया है. मंदिर और मस्जिद को लेकर उठा विवाद भी उसकी साथ रुक गया और सभी वर्ग के लोगों ने अदालत के इस फैसले का सम्मान किया.
अयोध्या (Ayodhya) बाबरी मस्जिद पक्षकार रहे इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने कहा कि बाबरी विध्वंस (Babri Masjid Demolition Case) को 28 साल हो गए हैं, हम कोर्ट से ये मांग करते हैं कि इस मसले को खत्म करें. इसके साथ इकबाल अंसारी ने अपील कर यह भी कहा है कि अदालत को सभी आरोपियों को बरी कर देना चाहिए. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत (Special CBI Court) 30 सितंबर को अपना अंतिम फैसला सुनाएगी. बता दें कि इकबाल अंसारी बाबरी मस्जिद पक्षकार रहे हैं. उन्होंने उसे अपना निजी राय बताया है.अयोध्या विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुलझ गया है. मंदिर और मस्जिद को लेकर उठा विवाद भी उसकी साथ रुक गया और सभी वर्ग के लोगों ने अदालत के इस फैसले का सम्मान किया.
बता दें कि स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज सुरेंद्र यादव (Special CBI Judge SK Yadav) ने फैसला सुनाने की तारीख 30 सितंबर तय की है, फैसले के दिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह और उमा भारती सहित अन्य लोगों को अदालत में मौजूद रहना होगा. सीबीआई ने इस मामले में 351 गवाह और 600 दस्तावेजी सबूत अदालत के समक्ष पेश किया था. बाबरी विध्वंस मामले में अदालत का फैसला 28 साल बाद आ रहा है.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि दशकों पुराने इस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, साक्षी महाराज,साध्वी रितंभरा, विश्व हिंदू परिषद नेता चंपत राय सहित 32 आरोपी हैं. इस मामलें में बाला साहेब ठाकरे, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, विष्णुहरी डालमिया भी इस केस में आरोपी थे, जिनकी अब मौत हो चुकी है.