श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir) के शोपियां (Shopian) जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया. इस एनकाउंटर में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक अधिकारी के भाई शमसुल हक मेंगनू (Shamsul Haq Mengnoo) की भी मौत हुई है. दरअसल शमसुल पिछले साल डॉक्टरी की पढ़ाई छोड़कर आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था.
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों को शोपियां जिले के हेफ इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया. इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करना शुरू कर दिया. जो कि मुठभेड़ में बदल गया. जिसमें शमसुल सहित तीन आतंकी मारे गए.
Shamsul Haq, brother of IPS officer who had joined militant ranks was among the 3 terrorists killed today in Shopian. I remember the efforts that were made by his brother /other family members and J&K Police to bring him back to mainstream but he met a sad end today.
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) January 22, 2019
हिजबुल मुजाहिदीन ने पिछले साल आईपीएस अधिकारी के भाई की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की थी. इस तस्वीर में शमसुल हक मेंगनू एक एके-47 राइफल लिए हुए हैं. बताया जा रहा है मेंगनू यूनानी चिकित्सा की पढ़ाई कर रहा था. हिजबुल ने अपने इस नए रंगरूट को कोड नाम 'बुरहान सानी' या बुरहान द्वितीय दिया था.
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शोपियां में एनकाउंटर के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस प्रमुख एसपी वैद ने ट्विटर पर कहा कि "मुझे मेंगनू के आईपीएस भाई द्वारा किए गए प्रयास आज भी याद है. जब जम्मू-कश्मीर का पुलिस अधिकारी अपने आतंकी भाई को मुख्य धारा में वापस लाने की कोशिश करता था. लेकिन आज उसका दुखद अंत हो गया.” मेंगनू के भाई इनामुल हक 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो पूर्वोत्तर में तैनात हैं.