
Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले "मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीन" योजना शुरू की थी. इस योजना के तहत सरकार को चुनाव में लाभ भी मिला था, लेकिन अब यह योजना लोगों के लिए चुनावी जुमला साबित हो रही है. प्रदेश में 9 लाभार्थी महिलाओं को लिस्ट से बाहर करने के बाद अब बुलढाणा जिले में 23,778 महिलाएं अपात्र कर दी गई हैं. इस पर महिलाओं का कहना है कि जब सरकार को वोट चाहिए थे, तब सब पेपर ठीक थे, लेकिन अब जांच में सब गलत नजर आ रहा है.
बुलढाणा जिले में 6,71,183 महिलाओं ने किया था आवेदन
बुलढाणा जिले में सरकार के ऐलान के बाद 6,71,183 महिलाओं ने आवेदन किया था, जिसमें पात्र महिलाओं को अब तक पैसे मिल रहे थे. लेकिन अब जांच के बाद 23,778 महिलाओं को अपात्र कर दिया गया है. महिला बाल विकास विभाग की ओर से अपात्र की गई महिलाओं के कागजात पर सवाल उठाए गए हैं. यह भी पढ़े: Ladki Bahin Yojana: महराष्ट्र में लाडकी बहन योजना की 9 लाख महिलाएं अपात्र! लिस्ट से बाहर होने पर अब नहीं मिलेंगे इन्हें पैसे
दरअसल, मुख्यमंत्री लाडकी बहीन योजना के लाभार्थी महिलाओं के आवेदनों की पुनः जांच राज्यभर में शुरू की गई है। पुनः जांच के कारण जिले की कई महिलाएं योजना से वंचित हो रही हैं, क्योंकि 2.5 लाख रुपये से अधिक आय, सरकारी नौकरी करने वाली पत्नी और आयकर चुकाने वाले परिवारों की महिलाएं भी इस योजना के लिए आवेदन कर चुकी थीं।
हर महीने मिलते हैं ₹1500
इस योजना की शुरुआत महायुति सरकार ने 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले जुलाई महीने में की थी.इस योजना के तहत हर महीने पात्र महिलाओं को ₹1500 दिए जाते हैं. अब तक 7 किस्तों के पैसे इन महिलाओं को मिल चुके हैं, वहीं 8वीं किस्त के पैसे आने की प्रक्रिया जारी है.
तहसील स्तर पर अपात्र महिलाएं
24 फरवरी तक की रिपोर्ट के अनुसार, बुलढाणा जिले के विभिन्न तालुकों में निम्नलिखित महिलाएं अपात्र घोषित की गई हैं:
- बुलढाणा तहसील: 70,055 में से 2,031
- चिखली: 70,110 में से 2,500
- देउलगाव राजा: 29,468 में से 1,039
- जलगांव जामोद: 39,015 में से 974
- खामगाव: 81,679 में से 2,647
- लोणार: 36,853 में से 2,603
- मलकापूर: 42,709 में से 1,384
- मेहकर: 69,206 में से 2,924
- मोताला: 40,352 में से 1,630
- नांदुरा: 45,859 में से 1,614
- संग्रामपुर: 36,765 में से 1,319
- शेगाव: 39,565 में से 1,371
- सिंदखेड राजा: 45,769 में से 1,739
इससे पहले 9 लाख लाभार्थी महिलाएं लिस्ट से बाहर
इससे पहले प्रदेश में 9 लाख लाभार्थी महिलाएं अपात्र कर दी गई थीं. वही प्रदेश में एक बार फिर से पेपर की जांच शुरू हैं. अधिकारियों की तरफ से कहा जा रहा है कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने सरकार के नियम को फालों नहीं किया हैं. ऐसे में जांच में और लाभार्थी महिलाएं लिस्ट से बाहर होंगी.