'मेड इन इंडिया' की धूम! फैक्ट्रियों में बंपर उत्पादन, जून में दिखी शानदार ग्रोथ, निर्यात और नौकरियों ने तोड़े कई रिकॉर्ड

जून में भारत की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि 14 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. यह उछाल मुख्य रूप से विदेशों में भारतीय सामानों की जबरदस्त मांग और निर्यात में तेजी के कारण आया. इसके परिणामस्वरूप, देश में उत्पादन बढ़ा और नौकरियों की भर्ती ने एक नया रिकॉर्ड बनाया.

India Manufacturing PMI: देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक शानदार खबर आई है. भारत की फैक्ट्रियों में काम-काज और उत्पादन पिछले 14 महीनों में सबसे तेज गति से बढ़ा है. इसका सबसे बड़ा कारण है विदेशों में भारत में बने सामान (Made in India Products) की जबरदस्त मांग. इस तेजी की वजह से कंपनियों ने जमकर नई भर्तियां की हैं, जिससे रोजगार का एक नया रिकॉर्ड बन गया है.

एक सर्वे ने बताई पूरी कहानी

यह जानकारी एचएसबीसी (HSBC) नाम की एक कंपनी के सर्वे से सामने आई है, जिसे मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) भी कहते हैं. आसान भाषा में समझें तो यह सर्वे फैक्ट्रियों के स्वास्थ्य को मापता है.

इस तेजी की मुख्य वजहें क्या हैं?

  1. जबरदस्त एक्सपोर्ट (निर्यात): विदेशों से भारतीय सामान के लिए इतने ऑर्डर आ रहे हैं कि पिछले 20 सालों में यह तीसरी सबसे तेज बढ़ोतरी है. दुनियाभर से, खासकर अमेरिका से, मांग बहुत मजबूत है.
  2. रिकॉर्ड तोड़ नौकरियां: जब ऑर्डर ज्यादा आते हैं, तो उन्हें पूरा करने के लिए ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ती है. इसी वजह से जून में कंपनियों ने जमकर नई भर्तियां की हैं. सर्वे के मुताबिक, रोजगार बढ़ने की यह रफ्तार अब तक की सबसे तेज है.
  3. बढ़ता उत्पादन: बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए फैक्ट्रियों में उत्पादन भी तेज हो गया है, जो अप्रैल 2024 के बाद सबसे तेज है.

कीमतों का क्या हाल है?

इस रिपोर्ट में कीमतों को लेकर भी दिलचस्प बात सामने आई है.

कुल मिलाकर, यह रिपोर्ट दिखाती है कि भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर मजबूत स्थिति में है और भविष्य को लेकर भी उम्मीदें अच्छी हैं. हालांकि, बढ़ते कॉम्पिटिशन और महंगाई जैसी कुछ चुनौतियां हैं, जिन पर नजर रखनी होगी.

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