पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे पर ईडी की छापेमारी, मामला 2 साल पुराना
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी हालांकि दो साल पुराने मामले में की गई है.
पंजाब, 18 जनवरी : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी हालांकि दो साल पुराने मामले में की गई है. यह छापेमारी पंजाब में अवैध बालू खनन से संबंधित धन शोधन रोकथाम मामले के सिलसिले में की गई है. पंजाब पुलिस ने सात मार्च 2018 को अवैध खनन मामले में दस से अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. ईडी ने इस प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की, जिसे आईएएनएस ने एक्सेस किया है. एफआईआर आईपीसी की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई थी.
ईडी ने पाया कि मामले में शामिल आरोपियों द्वारा पैसे की हेराफेरी की जा रही थी और उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी. एक सूत्र ने बताया कि ईडी की टीम अभी भी होमलैंड हाइट्स स्थित भूपिंदर सिंह हनी के आवास सहित विभिन्न परिसरों में छापेमारी कर रही है. मंगलवार की सुबह ईडी की टीम वहां पहुंची. किसी को भी घर से निकलने की इजाजत नहीं थी. ईडी विभिन्न दस्तावेजों और कंप्यूटरों की जांच कर रहा था. पंजाब में राजनीतिक दलों ने पहले भी कई बार मुख्यमंत्री पर अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में अवैध खनन का आरोप लगाया था. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चल रहे अवैध रेत खनन रैकेट को लेकर कई बार ट्वीट किया था. उन्होंने ट्वीट किया था कि पंजाब के सीएम चन्नी इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : बॉम्बे हाईकोर्ट ने 9 बच्चों की हत्या की दोषी बहनों की मौत की सजा को कम किया
स्थानीय पुलिस पहले से ही मामले की जांच कर रही थी और स्थानीय पुलिस जांच के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की. अभी तक, ईडी ने चल रहे छापे के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है. सूत्रों ने बताया कि एक बार छापेमारी खत्म होने के बाद ही जांच एजेंसी कोई बयान जारी करेगी. छापेमारी के दौरान ईडी ने उन लोगों के बयान दर्ज किए जो मुख्यमंत्री के भतीजे हनी के घर पर मौजूद थे. बड़ी संख्या में लोग घर के बाहर जमा हो गए थे और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए स्थानीय पुलिस को बुलाया गया. मामले में आगे की जांच की जा रही है.