भोपाल, 7 जनवरी: क्रिकेट के दीवानों के लिए आईपीएल सबसे ज्यादा लुभावना क्रिकेट टूर्नामेट होता है. इसी तर्ज पर दिव्यांग क्रिकेटरों के लिए तीन दिवसीय दिव्यांग प्रीमियर लीग (डीपीएल) का आयोजन मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में होने जा रहा है. यह भी पढ़ें: Copa del Rey: स्पेनिश कप में रियल मैड्रिड की आसान जीत, अरंडिना को 3-1 से हराया
इसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों का हुनर देखने को मिलेगा. सतना के मैहर के उस्ताद अलाउदीदन स्टेडियम में आठ से 10 जनवरी तक चलने वाले डीपीएल टूर्नामेंट में चार प्रमुख टीमें इंदौर, भोपाल, रीवा और ग्वालियर हैं.
दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन, मध्यप्रदेश और मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान के इस संयुक्त आयोजन में हिस्सा लेने वाली टीमों में देश-विदेश के नामचीन दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी भी हैं. इनमें प्रमुख खिलाड़ी चिराग गांधी, कैलाश प्रसाद, बृजेश द्विवेदी, सूरज मनकेले, जे.पी. सिंह, राजू कर्मकार, माखन सिंह राजपूत, अंकित सिंह बघेल, रामबरन यादव, निखिल मेवाड़ा, सैयद शाह अजीज और नियाज खान हैं.
इस आयोजन की हिस्सेदार और मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन की प्रमुख डॉ. स्वप्ना वर्मा का कहना है कि दिव्यांग वे लोग हैं जिनमें भले ही कुछ शारीरिक कमी हो मगर उनको ईश्वर ने अतिरिक्त शक्ति दी हुई होती है. हर दिव्यांग में यही भाव जगाने के मकसद से डीपीएल टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विकलांग की जगह दिव्यांग के प्रयोग का आह्वान करते हुए कहा था, आंखों से तो हमें लगता है कि शायद विकलांग है मगर अनुभव से लगता है कि उनके पास अतिरिक्त शक्ति है.
इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही टीमों में विजेता व उपविजेता के अलावा सभी टीमों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे. खिलाड़ियों के अलावा दर्शकों के लिए भी पुरस्कार योजना तय की गई है.