केरल ने राज्य जल परिवहन विभाग (STWD) ने पहली वाटर टैक्सी सेवा आज 18 अक्टूबर से शुरू कर दी है. वाटर टैक्सी टेस्ट के बाद SWTD ने ऐसी चार नौकाओं को सार्वजनिक सेवा के लिए टैक्सी के रूप में उपयोग करने का आदेश दिया है. एसटीडब्ल्यूडी के निदेशक शाजी वी नायर (Shaji V Nair) ने कहा कि सभी अडवांस सुरक्षा सावधानियों के साथ सेवा के लिए चार नावों का उपयोग किया जाएगा. यह एक डीजल संचालित वाहन है जो एक बार में 10 यात्रियों को ले जाएगा और इसकी अधिकतम गति 10 समुद्री मील (35 किमी) प्रति घंटा है. उन्होंने कहा कि नावों की कीमत लगभग 50 लाख रुपये है. यह भी पढ़ें: मालदीव-भारत के बीच कार्गो फेरी सेवा से द्विपक्षीय संबंधों में आएगी मजबूती: पीएम मोदी
नावों का निर्माण कोच्चि स्थित (Kochi Based Firm) नवगति (Navgathi) द्वारा किया गया है, जिसने इससे पहले भारत के पहले सोलर फेरी आदित्य का निर्माण किया है. जो आधुनिक तकनीक की तरह, यह वाटर टैक्सी भी एक विशिष्ट संख्या द्वारा संचालित होगी जो पिकअप सुविधा को सक्षम करेगी. शुल्क प्रति घंटा के आधार पर और उचित मूल्य पर होगा, शाजी ने सुनिश्चित किया.
देखें ट्वीट:
#WATCH Kerala: State's first water taxi service, launched in the backwaters of Alappuzha, ferries passengers.
Catamaran diesel-powered craft, with seating capacity for 10 passengers, is 1st in a series of 4 boats, that State Water Transport Department is planning to introduce. pic.twitter.com/twRqrK797P
— ANI (@ANI) October 18, 2020
10 यात्रियों के बैठने की क्षमता वाला कटमरैन (Catamaran) डीजल से चलने वाला 4 नावों की सीरिज वाला बोट्स देश का पहला वाटर टैक्सी बोट है. 10 यात्रियों के बैठने की क्षमता वाली यह नाव यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर ले जाएगी. टैरिफ 30 मिनट के लिए 750 रूपये निर्धारित किया गया है.