नई दिल्ली, 31 अक्टूबर : इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 12,967.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में 272 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. चालू वित्त वर्ष में मुनाफा उच्च रिफाइनिंग मार्जिन के कारण आया है. तिमाही के दौरान कुल राजस्व 1.8 लाख करोड़ रुपये रहा. हालांकि, क्रमिक रूप से तेल विपणन दिग्गज का लाभ 5.7 प्रतिशत गिर गया, क्योंकि पिछली तिमाही (अप्रैल-जून) में इसने 13,750 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था और राजस्व में 9 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इंडियन ऑयल का कुल मुनाफा 27,600 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. इंडियन ऑयल का परिणाम बीपीसीएल के वित्तीय वर्ष 23-24 की दूसरी तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 22-23 की दूसरी तिमाही में 338 करोड़ रुपये के घाटे की तुलना में 8,244 करोड़ रुपये के साथ वापस लौटने के ठीक बाद आया है. यह भी पढ़ें : एप्पल चेतावनी : महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष से विपक्षी सांसदों के संरक्षण का आग्रह किया
सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने 19,052 करोड़ रुपये का अपना अब तक का सबसे अधिक अर्धवार्षिक लाभ भी कमाया है. सरकारी तेल दिग्गजों का उच्च मुनाफा अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि यह देश को वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में अचानक उछाल के झटके सहने में सक्षम बनाता है.