Indian Army's Plan For Finishing Terrorist: कहां छिपे हैं आतंकी? राजौरी-पुंछ में दहशतगर्दों की तलाश, सेना ने बनाया नया प्लान

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों के खात्मे के लिए सेना पुंछ और राजौरी में सर्च ऑपरेशन चला रही है. जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में आतंकियों की खोज में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान लगातार छठे दिन भी जारी है.

Indian Army | PTI

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों के खात्मे के लिए सेना पुंछ और राजौरी में सर्च ऑपरेशन चला रही है. जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में आतंकियों की खोज में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान लगातार छठे दिन भी जारी है. राजौरी और पुंछ में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. सुरक्षा बलों को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. 21 दिसंबर से चल रहे तलाशी अभियान में अभी तक आतंकवादियों का कुछ पता नहीं चला है. आज भी जमीनी अभियान के साथ ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद से राजौरी और पुंछ के घने जंगलों में आतंकियों की तलाश की गई. कश्मीर का हाल भी हो जाएगा गाजा जैसा... फारूक अब्दुल्ला बोले- भारत-पाकिस्तान बातचीत से हल करें मसला.

राजौरी और पुंछ दोनों ही जिलों में पुलिस और सेना के जवान संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रहे हैं. ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. गश्त बढ़ाने के साथ ही तकनीकी निगरानी को भी बढ़ाया गया है.

सेना प्रमुख ने जवानों को दिए निर्देश

सोमवार को आर्मी चीफ मनोज पांडे राजौरी पहुंचे. उन्होंने यहां सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें जमीनी हकीकत से वाकिफ कराया. सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कायरतापूर्ण हमले में शामिल आतंकियों को जल्द मार गिराने के लिए एक विशेष बैठक भी की. सूत्रों के अनुसार, राजौरी-पुंछ में सेना को आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं. सेना के काफिले पर हुए हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है और ड्रोन के साथ सर्च ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर का भी लगातार इस्तेमाल किया जा रहा है.

ऑफलाइन ऐप का इस्तेमाल कर रहे आतंकी

सेना ने पुंछ और राजौरी में इंटरनेट बंद कर रखा है. रिपोर्ट्स की मानें तो आतंकी अब ऑफलाइन ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, आतंकियों की इस नई चाल को देखते हुए भारतीय सेना भी एक्टिव मोड में है. घाटी में आतंकी जिस ऑफलाइन मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसका पता लगाने के लिए सेना ने अपने तकनीकी ढांचे को सक्रिय कर दिया है.

बता दें कि 21 दिसंबर की शाम करीब पौने 4 बजे राजौरी/पुंछ के सुरनकोट उपखंड में डेरा की गली और बुफलियाज के बीच घने वन क्षेत्रों में दानार सवानिया मोड़ पर आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के दो वाहनों पर हमला कर दिया था, जिसमें 4 जवान शहीद हो गए और तीन घायल हैं. हमले की चपेट में आए सेना के वाहन एक ऑपरेशन के लिए जा रहे थे, जो इलाके में संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट के बाद गुरुवार सुबह शुरू किया गया था.

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