Indian Army Day 2023: इंडियन आर्मी आज अपना 75वां स्थापना दिवस मना रही है. देश में हर साल 15 जनवरी को भारतीय थल सेना दिवस मनाया जाता है. आजादी के बाद पहली बार भारतीय सेना दिवस बेंगलुरू में मनाया जा रहा है. अब तक आर्मी दिवस का आयोजन राजधानी दिल्ली की छावनी में आयोजित किया जाता रहा है. इतिहास में यह पहला मौका है जब इसके लिए दिल्ली से इतर किसी दूसरी जगह को चुना गया है. Gurugram: गुरुग्राम में 26 जनवरी तक ड्रोन, हल्के विमान, ग्लाइडर, पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध
थल सेना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जवानों को नमन किया. उन्होने ट्वीट कर कहा " सेना दिवस पर, आइए याद करें भारतीय सेना के जवानों के बलिदान की अनगिनत कहानियाँ! उन्होंने हमेशा वीरता और साहस की सीमाओं को आगे बढ़ाया है और आपदाओं के समय रक्षक के रूप में भी काम किया है. मैं इस अवसर पर भारतीय सेना के सभी वीर जवानों और उनके परिवारों को नमन करती हूं."
On Army Day, let us recall countless stories of Indian Army soldiers’ sacrifices! They have always pushed the frontiers of valour and courage, and also acted as saviours in times of calamities. I salute all brave soldiers of Indian Army and their families on this occasion.
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 15, 2023
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा "सेना दिवस पर, मैं सभी सैन्य कर्मियों, दिग्गजों और उनके परिवारों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. हर भारतीय को हमारी सेना पर गर्व है और हमेशा हमारे जवानों का आभारी रहेगा. उन्होंने हमेशा हमारे देश को सुरक्षित रखा है और संकट के समय उनकी सेवा के लिए व्यापक रूप से प्रशंसा की जाती है."
On Army Day, I convey my best wishes to all army personnel, veterans and their families. Every Indian is proud of our Army and will always be grateful to our soldiers. They have always kept our nation safe and are widely admired for their service during times of crisis. pic.twitter.com/EJvbkb9bmD
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2023
15 जनवरी 1949 में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा (Field Marshal KM Cariappa) ने जनरल फ्रांसिस बुचर (General Sir Francis Butcher) से भारतीय सेना की कमान ली थी. फ्रांसिस बुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे. फील्ड मार्शल केएम करियप्पा भारतीय आर्मी के पहले कमांडर इन चीफ बने थे. आर्मी डे पर पूरा देश थल सेना के अदम्य साहस, उनकी वीरता, शौर्य और उसकी कुर्बानी को याद करता है.