मेहुल चोकसी के वकील का खुलासा- उन्हें एंटिगुआ से जहाज में चढ़ने पर मजबूर किया गया
मेहुल चौकसी (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली, 28 मई: भारत भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रहा है, जो 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित है. वह डोमिनिका में पकड़ा गया, उसके वकील विजय अग्रवाल ने दावा किया कि गीतांजलि समूह अध्यक्ष को एंटिगुआ से एक जहाज में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया और उसे डोमिनिका ले जाया गया. उन्होंने यह भी दावा किया कि चोकसी को वहीं रखा गया और फिर सोमवार को उसे थाने ले जाया गया, लेकिन उसकी खबर बुधवार को जारी की गई. उसके शरीर पर बल प्रयोग के निशान हैं. उनकी टिप्पणी चोकसी के बाद आई है, जो 13,500 करोड़ रुपये से अधिक के पीएनबी ऋण धोखाधड़ी मामले में सीबीआई और ईडी द्वारा वांछित है. कथित तौर पर उसे डोमिनिका में हिरासत में लिया गया है.

चोकसी के रविवार को एंटीगुआ और बारबुडा से लापता होने की सूचना मिली थी, जहां उसने नागरिकता ले ली थी, जिससे भगोड़े व्यवसायी की तलाश शुरू हो गई. अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, एंटीगुआ और डोमिनिका के वकील डोमिनिका में चोकसी के संवैधानिक अधिकारों के अनुसार कानूनी साक्षात्कार करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उनसे किसी भी तरह की पहुंच से वंचित कर दिया गया. काफी प्रयास के बाद, वे उनसे दो मिनट तक बात करने में सक्षम हुए.

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वकील ने कहा, चोकसी ने अपना भयावह अनुभव सुनाया है जो आंख खोलने वाला है और मेरे रुख की पुष्टि करता है कि वह स्वेच्छा से एंटीगुआ से नहीं गया था. चोकसी ने कहा है कि उसे एंटीगुआ के जॉली हार्बर से एक जहाज में चढ़ने के लिए उसे मजबूर किया गया था और उसे डोमिनिका ले जाया गया. अग्रवाल ने यह भी कहा कि कानूनी टीम ने डोमिनिका में चोकसी के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है और उस तक पहुंच से वंचित करने और कानूनी सहायता के संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने पर भी प्रकाश डाला है.

बुधवार को, एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधान मंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा है कि भगोड़े हीरा व्यापारी को भारत लौटने की जरूरत है, ताकि वह अपने खिलाफ लगाए गए आपराधिक आरोपों का सामना कर सके.