इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, कहा- आतंकवाद पर बातचीत और शांति वार्ता फिर हो शुरू
भारत अपनी बात पर स्थिर है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती है. भारत सरकार चाहती है कि पाकिस्तान उन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो उसकी सीमा में पलकर भारत के लोगों को अपना निशाना बनाते हैं
नई दिल्ली. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ संवाद की बहाली को लेकर पत्र लिखा है. इमरान खान चाहते हैं कि भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के दौरान बातचीत हो. इमरान खान का यह खत प्रधानमंत्री मोदी के उस पत्र के जवाब में था जिसमें उन्होंने दोनों देश भारत-पाक के बीच सार्थक और रचनात्मक बातचीत की बात कही थी.
पाकिस्तान में चुनाव जितने के बाद इमरान खान ने कहा था कि यदि भारत बातचीत के लिए एक कदम आगे बढ़ेगा तो हम दो कदम आगे आएंगे. बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्वीपक्षीय वार्ता 2015 में होने वाली थी लेकिन पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले की वजह से यह रद्द हो गई थी. इससे पहले सुषमा स्वराज ने साल 2015 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद हर्ट ऑफ एशिया कांफ्रेंस में शामिल हुई थी. यह भी पढ़ें: बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, कश्मीरी आतंकियों को बताया शहीद, जारी किया डाक टिकट
वहीं भारत अपनी बात पर स्थिर है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती है. भारत सरकार चाहती है कि पाकिस्तान उन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो उसकी सीमा में पलकर भारत के लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. फिलहाल पूरी दुनिया की नजर है कि भारत अब पाकिस्तान के इस पत्र का जवाब किस अंदाज में देता है.