Weather Update: कई राज्यों में खत्म हुआ गर्मी का प्रकोप, लू से मिली राहत, भारी बारिश की भविष्यवाणी- जानें मौसम का हाल
प्रतीकात्मक तस्वीर| Photo Credits Pixabay)

नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में तपन से राहत मिलने की उम्मीद है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि (RK Jenamani) ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत (Northwest India) में गर्मी का प्रकोप (Heatwave) समाप्त हो गया है और बादलों की बढ़ती उपस्थिति के कारण तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी आने की संभावना है.

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि के अनुसार, हीटवेव का प्रमुख दौर खत्म हो गया है. आज से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लू नहीं चलेगी. उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में बादलों की बढ़ती उपस्थिति के कारण तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी और लू का दौर खत्म होगा. पूर्वानुमानित पश्चिमी विक्षोभ पहले से ही उत्तर-पश्चिमी भारत पर प्रभाव दिखा रहा है." दिल्ली में अगले पांच-छह दिनों तक लू चलने के आसार नहीं

मौसम वैज्ञानिक ने कहा, "पिछले 50 दिनों में बारिश नहीं होने के कारण ऑल इंडिया टेम्परेचर (अखिल भारतीय तापमान) 122 वर्षों में सबसे अधिक था. हालांकि राजस्थान में 16 अप्रैल के आसपास हीटवेव की स्थिति पैदा हो सकती है. जबकि 18 अप्रैल से एक और पश्चिमी विक्षोभ की उम्मीद है."

पूर्वोत्तर राज्यों में होगी भारी बारिश

बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में निचले क्षोभमंडल के स्तर पर रहने वाले उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आठ पूर्वी राज्यों में अगले पांच दिनों के दौरान व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि 14 से 16 अप्रैल के दौरान असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है और 13 अप्रैल को उसी क्षेत्र और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश की संभावना है.

इस बीच, दक्षिण तमिलनाडु पर मध्य क्षोभमंडल स्तर तक चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, केरल, माहे और लक्षद्वीप पर गरज/बिजली के साथ हल्की से भारी बारिश और तमिलनाडु में अलग-अलग जगह बारिश होने की संभावना है. अगले पांच दिनों के दौरान पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय और आंतरिक कर्नाटक और 13 व 14 अप्रैल को उन्हीं क्षेत्रों में भारी होने की संभावना है.