महंगाई की मार! खुदरा महंगाई दर 7 महीने में सबसे ऊपर, औद्योगिक उत्पादन 6 महीने के टॉप पर
इसके अलावा खाद्य पदार्थों की महंगाई दर बीते महीने 1.1 फीसदी से बढ़कर 1.83 फीसदी पर रही, जबकि सब्जियों की महंगाई 2.87 फीसदी से बढ़कर 5.46 फीसदी पर पहुंच गई है.
नई दिल्ली. आम आदमी को बढ़ती महंगाई का एक और झटका लगा है. बताना चाहते है कि खासकर दाल और अनाज की कीमतें बढ़ने से मई महीने में खुदरा महंगाई (CPI Inflation_ दर में जबरदस्त उछाल आया है. वहीं, अप्रैल महीने का औद्योगिक उत्पादन की ग्रोथ बढ़कर 6 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई. हालांकि, उद्योगों की रफ्तार अभी भी 4 फीसदी से नीचे ही है. खुदरा महंगाई (CPI Inflation) दर (CPI) 2.92 फीसदी से बढ़कर 3.05 फीसदी हो गई है. वहीं मई महीने में कोर सीपीआई अप्रैल के 4.6 फीसदी से घटकर 4.2 फीसदी पर रही है.
इसके अलावा खाद्य पदार्थों की महंगाई दर (CPI Inflation) बीते महीने 1.1 फीसदी से बढ़कर 1.83 फीसदी पर रही, जबकि सब्जियों की महंगाई 2.87 फीसदी से बढ़कर 5.46 फीसदी पर पहुंच गई है. यह भी पढ़े-महंगाई की मार! LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में हुआ इजाफा, जानिए कितने बढ़े दाम
खाने-पीने की चीजों ने बढ़ाई कीमतें.
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य महंगाई दर मई में बढ़कर 1.83 फीसदी पर पहुंच गई, जोकि अप्रैल में 1.1 फीसदी पर रही थी. रिटेल महंगाई का आंकड़ा काफी अहम है, क्योंकि रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों पर फैसला करने के लिए इसी पर नजर रखता है.
हालांकि मई में ईंधन और बिजली की महंगाई दर 2.56 फीसदी से घटकर 2.48 फीसदी पर आ गई. जबकि हाउसिंग की महंगाई दर (CPI Inflation) अप्रैल (April) के मुकाबले मई महीने में 4.76 फीसदी से बढ़कर 4.82 फीसदी पर पहुंच गई.
जानकारों की मानें तो अरहर दाल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर खुदरा महंगाई (CPI Inflation) पर साफ दिख रहा है. अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई (CPI Inflation) दर 2.92 फीसदी थी. जो मई में 3.05 फीसदी पर पहुंच गई.
गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर 2018 में खुदरा महंगाई दर 3.38 फीसदी थी. यानी पिछले 7 महीने में खुदरा महंगाई दर मई में सबसे उच्च स्तर पर है.