Beware Of E-Notices: धोखाधड़ी के बढते मामलों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाली साइबर विंग ने रविवार को एक अहम एडवाइजरी जारी की है. विभाग ने कहा की भेजे गए ईमेल की लिंक पर क्लीक करने से पहले उसकी जांच कर ले.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर अपराध विंग ने रविवार को कहा कि ईमेल पर किसी सरकारी कार्यालय से संदिग्ध ई-नोटिस मिलने पर लोगों को इसमें लिखे अधिकारी के नाम की सच्चाई की इंटरनेट पर जांच करनी चाहिए और संबंधित विभाग को फोन करना चाहिए. ये भी पढ़े :Fraud Alert: सावधान! ये इलेक्ट्रिसिटी बिल स्कैम कर देगा आपका अकाउंट खाली, बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें
भारतीय साइबर अपराध कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने एक सार्वजनिक विज्ञापन जारी कर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. बताया गया है की सरकारी ई-मेल फर्जी हो सकता है.भारतीय साइबर अपराध कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने लोगों को ऐसे ईमेल पर क्लिक करने से पहले कुछ सुझाव दिए हैं.
जैसे लोगों को यह चेक करना है कि क्या ईमेल किसी आधिकारिक सरकारी वेबसाइट से आया है, जो "gov.in" पर वेबसाइट का यूआरएल यानी लिंक समाप्त हो रहा है.किसी भी सरकारी ईमेल में दिए गए अधिकारी के नाम को वेरिफाई करें और संबंधित विभाग में फोन करके इसकी जांच करें.
इस महीने की शुरुआत में, केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने ईमेल उपयोगकर्ताओं को दिल्ली पुलिस साइबर अपराध और आर्थिक अपराध, केंद्रीय आर्थिक खुफिया ब्यूरो (सीईआईबी), खुफिया ब्यूरो और दिल्ली के साइबर प्रकोष्ठ के नाम, हस्ताक्षर, टिकट और ‘लोगो’ वाले धोखाधड़ी के ईमेल के बारे में सचेत करते हुए एक सार्वजनिक विज्ञापन जारी किया.
विज्ञापन में बताया गया है की इन ईमेल में चाइल्ड पोर्नोग्राफी , बाल यौन शोषण, साइबर पोर्नोग्राफी ,अश्लीलता के आरोप लगाएं जाते है. इसमें बताया गया है की ठग ऐसे ईमेल भेजने के लिए अलग-अलग आईडी का इस्तेमाल करते है. नागरिकों को सचेत किया गया है की ऐसे मेल आने पर क्लीक न करें और अपने पास के पुलिस स्टेशन या साइबर पुलिस में इसकी जानकारी दे.