अयोध्या विवाद पर बोले केंद्रीय मंत्री गिरिराज, कहा- हिंदुओं का सब्र टूटा तो कुछ भी हो सकता है
गिरिराज सिंह (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: अयोध्या विवाद मामले में आज देश की बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट इस मामले की सुनवाई करते हुए सुनवाई को जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया गया है. इस बीच अयोध्या विवाद मामले में केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का एक विवादित बयान आया है. गिरिराज का कहना है कि राम मंदिर निर्माण मामले में अब हिंदुओं का सब्र का का बांध टूट रहा है. ऐसे में मुझे भय है कि इसका परिणाम क्या होगा.

वहीं आगे उन्होंने अपने बयान में कहा कि देश के लिए दुर्भाग्य है कि हिन्दुओं को प्रताड़ित होना पड़ा रहा है. आजादी के तुरंत बाद हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर देश का बंटवारा हुआ. उस समय अगर कांग्रेस हिन्दुओं के आस्था का केंद्र प्रभु श्री राम का मंदिर बनवा दिया होती तो आज देश के करोड़ों हिंदुओं के साथ यह दुर्दशा नहीं होती. आज देश में इस मुद्दे को लेकर जो विवाद छिड़ा है. इसके पीछे जवाहर लाल नेहरू है. उन्होंने वोट की खातिर इसे विवाद बनाकर रखा और अब कांग्रेस पार्टी इसे अपने वोट बैंक के लिए विवाद बना कर रखना चाहती है. यह भी पढ़े: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- भारतीय मुस्लिम मुगलों के नहीं, प्रभु श्रीराम के वंशज हैं

गिरिराज ने वहीं आगे कहा कि कपिल सिब्बल कह रहे हैं कि अयोध्या मामले पर अभी फैसला नहीं आना चाहिए क्योंकि सामने चुनाव है. उनके बातों से लगता है कि कांग्रेस पार्टी चाहती है कि करोड़ों हिन्दुओं के आस्था के प्रतीक राम मंदिर नहीं बने और ये लोग इसी तरह से इसे विवाद बना कर रखें. लेकिन अब 125 करोड़ हिन्दू इंतजार करने के लिए तैयार नहीं. इस मामले में उनका सब्र का बांध टूट रहा है. अगर उनके सब्र का बांध टूट गया तो देश में कुछ भी हो सकता है. इसलिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जरूरत है कि सरकार चाहे अध्यादेश लाए या कोर्ट फैसला करे, अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए. अब लोग इंतजार करने वाले नहीं है. यह भी पढ़े: अयोध्या राम मंदिर मामला: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जनवरी 2019 तक टली

गौतलब हो कि केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मंदिर निर्माण को लेकर विवादित बयान देने को लेकर उनका यह पहला मामला नहीं है. अभी हाल ही में उन्होंने मुसलामनों को लेकर एक विवादित बयान दिया था. उनका कहना था कि मुसलमान मुगल के वंशज नही बल्कि भगवान राम के वंशज हैं. इसलिए ये लोग राम मंदिर का विरोध न करें.