हिजबुल मुजाहिदीन ने ली हंदवाड़ा हमले की जिम्मेदारी, आतंकी रियाज नायकू के एनकाउंटर से सदमे में हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन, पाकिस्तान में आयोजित की शोकसभा- Video
हिजबुल मुजाहिदीन ने ली हंदवाड़ा आतंकी हमले की जिम्मेदारी (Photo Credit-ANI)

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के कमांडर रियाज नायकू (Riyaz Naikoo) को ढेर किए जाने के बाद से हिजबुल मुजाहिदीन का चीफ सैयद सलाहुद्दीन (Syed Salahuddin) सदमे में आ गया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने इसका एक वीडियो जारी किया है. वीडियो में दिख रहा है कि रियाज नायकू की मौत से आतंकी संगठन को बड़ा झटका लगा है. वीडियो में दिख रहा है कि आतंकवादी और हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने हिजबुल कमांडर रियाज नायकू के लिए शोक सभा आयोजित की है. इस दौरान हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने हंदवाड़ा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली.

हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने नायकू की मौत के गम में पिछले दिनों पाकिस्तान में एक शोक सभा आयोजित की. इस शोक सभा में उसने आतंकी रियाज नायकू को शहीद बताते हुए उसकी तारीफ की. वह यह भी कहता है कि हमारी नीतियां कमजोर हैं और भारत का पलड़ा भारी है. सलाहुद्दीन कहता है कि नायकू के मारे जाने से उसे बहुत दिली सदमा लगा है. यह भी पढ़ें- चुन-चुन कर होगा आतंकियों का सफाया, सेना ने बनाई 17 खूंखार आतंकियों की हिट लिस्ट.

यहां देखें रियाज नायकू की शोकसभा का वीडियो-

वीडियो में सैयद सलाहुद्दीन कहता है कि नायकू ने 2017 में जिम्मेदारी संभाली थी. तब से अब तक वह भारत के लिए शिकन साबित हो रहा था. उसके सिर पर अच्छी रकम घोषित की गई थी. वह कहता है, ''कल मारे गए अपने एक साथी के साथ इसमें शक नहीं कि हमको बहुत दिली सदमा हुआ लेकिन दोस्तों-बुजुर्गों ये मारे जाने का सिलसिला पहले दिन से चला आ रहा है. सिर्फ जनवरी 2020 से आज तक 80 मुजाहिदीन मारे गए हैं और सब के सब काफी पढ़े लिखे थे.

गौरतलब है कि बुधवार को जम्मू कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के टॉप आतंकी रिजाय नायकू और उसके साथी आदिल अहमद को सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान में मार गिराया था. पिछले काफी लंबे वक्त से सुरक्षाबलों को इस आतंकी की तलाश थी, कई बार उसे घेरा भी गया लेकिन इस बार वह बच नहीं पाया.

मंगलवार को सुरक्षाबलों को इनपुट मिला था कि रियाज नायकू अपने गांव बेगपोरा आ रहा है, यहां वो अपने परिवार से मिलने आ रहा था और गांव में ही अपने अड्डे में छिपा हुआ था. जैसे ही सुरक्षाबलों को इस बात का इनपुट मिला, तो गांव को पूरी तरह से घेर लिया गया. इसके बाद सुरक्षाबलों ने नायकू को ढेर कर दिया.