Himachal Pradesh: घरों में दरारें, धंसी हुईं सड़कें और दिलों में दहशत... शिमला से लेकर मंडी-सोलन तक बारिश से तबाही | Videos

हिमाचल प्रदेश में कुदरत की तबाही का दौर जारी है. बारिश, भूस्खलन, बादल फटने जैसी घटनाओं में इस मानसूनी सीजन में 350 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. शिमला, कुल्लू, मनाली, मंडी, सोलन, सिरमौर सहित कई जिलों में तबाही का मंजर डरा रहा है.

Himachal Pradesh | Photo: PTI

शिमला: हिमाचल प्रदेश में कुदरत की तबाही का दौर जारी है. बारिश, भूस्खलन, बादल फटने जैसी घटनाओं में इस मानसूनी सीजन में 350 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. शिमला, कुल्लू, मनाली, मंडी, सोलन, सिरमौर सहित कई जिलों में तबाही का मंजर डरा रहा है. भारी बारिश से शिमला में जनजीवन अस्त-व्यस्त, कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं पेड़ गिरने से सड़कें बंद है. कई जगहों पर लोगों को पैदल ही आवाजाही करनी पड़ रही है. हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के बाद घरों में दरारें आ गई हैं. यहां लोग डर के साए में दिन-रात बिता रहे हैं. हिमाचल में भारी बारिश होने का अनुमान, शिमला और मंडी में दो दिन के लिए स्कूल बंद.

न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में खेतों की ज़मीन और घरों की दीवारों और फर्श पर दरारें देखी जा सकती हैं. हिमाचल प्रदेश के शिमला में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और पेड़ गिरने से कई सड़कें बंद हो गईं. पर्यावरण विभाग के प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी सुरेश सी अत्री का कहना है कि 11 हजार से ज्यादा घरों में दरारें आ गई हैं.

सोलन का वीडियो:

डर के साए में लोग:

शिमला, सोलन, मंडी सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में जगह-जगह लैंडस्लाइड से घर, दुकानों, गाड़ियों व सड़कों को नुकसान हो रहा है. लोगों के सामने उनके जीवन भर की कमाई से बने आशियाने तिनके की तरह ढह रहे हैं.

शिमला में तबाही:

अलर्ट पर प्रशासन

सोलन में मूसलाधार बारिश से जिला के नालागढ़ उपमंडल के नाल गाँव में जमीन धंस गयी है. 21 घरों को खतरा बन गया है. प्रशासन ने घरों को खाली करवा कर 21 परिवारों के करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया. प्रशासन ने लोगों से अलर्ट रहने का आग्रह किया है.

नायब तहसीलदार पंजहेड़ा जय राम शर्मा ने बताया कि नालागढ़-स्वारघाट राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित नाल गांव पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद डूब रहा था. अधिक नुकसान की आशंका के चलते आज पूरा गांव खाली करा लिया गया है.

वहीं बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बीच हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के छपाराहन गांव को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा. यहां पीढ़ियों से खड़ी जमीन और घरों में दरारें आ गईं. ये दरारें दीवारों और फर्शों पर तबाही के निशान छोड़ गई है.

राज्य में अब तक 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान

“बारिश से हुए नुकसान के कारण राज्य को अब तक 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बारिश से जुड़ी इन घटनाओं में 350 से अधिक लोगों की जान चली गई, 38 लोग लापता हैं और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.'' राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 12,000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर और बिलासपुर जिले में भारी बारिश के साथ फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की है.

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