Mumbai Arthur Road Jail: मुंबई के आर्थर रोड जेल में कैदियों की संख्या बढ़ने से बीमारी का खतरा बढ़ा, 90 फीसदी खुजली की शिकायत से परेशान!
Mumbai Arthur Road Jail

Mumbai Arthur Road Jail: मुंबई की आर्थर रोड जेल में कैदियों की संख्या बढ़ने की वजह से खुजली और अन्य त्वचा संबंधित बीमारी फैलने लगी है.  यह बीमारी और गंभीर होने वाली है. क्योंकि मुंबई में गर्मी शुरू हो गई है. सामना हिंदी न्यूज पेपर में छपी खबर के अनुसार, जेल में 90 प्रतिशत कैदी खुजली की बीमारी से परेशान हैं. शिकायत के बाद भी उनका इलाज नहीं होता है.

सामना न्यूज पेपर के रिपोर्ट के अनुसार, 50 कैदियों की क्षमता वाली बैरक में छह गुना अधिक कैदी रखे जा रहे हैं. जिससे उनके अन्दर बीमारी फ़ैल नहीं हैं. क्योंकि बैरक में कैदियों की संख्या बढ़ने के साथ ही गंदगी भी बढ़ रही हैं. एक बैरक में ज्यादा कैदियों को रखने पर हाल ही में मुंबई हाई कोर्ट ने भी चिंता जताई थी.

कैदियों का आरोप है कि तमाम परेशानियों के बावजूद उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे वे काफी परेशान हैं. दरअसल, जेल में कैदियों की संख्या बढ़ने की वजह से कैदियों को एक-दूसरे के सटे सोने को मजबूर होना पड़ता है, जिससे खुजली और त्वचा संबंधी बीमारियां फैल रही हैं। वरिष्ठ वकील एजाज नकवी के अनुसार, ऐसी स्थिति में अप्राकृतिक संबंध भी बन सकते हैं, जिससे खुजली और त्वचा संबंधी बीमारियों के फैलने का खतरा और बढ़ जाता है.

50 की क्षमता वाली बैरक में 300 से अधिक कैदी ठूंसे गए


वरिष्ठ वकील एजाज नकवी ने बताया कि जेल में 3,600 से अधिक कैदी बैरकों में ठूंसकर रखे गए हैं, ऐसे में कैदियों का हाल जानवरों से भी बदतर है। उन्होंने बताया कि 50 कैदियों की क्षमता वाली कोठरी में 300 से अधिक कैदी रखे गए हैं।

बीमारियां के बढ़ने के पीछे घटिया खाना भी एक वजह


आर्थर रोड जेल में कैदियों में बीमारी फैलने की एक वजह यह भी बताई जा रही है कि उन्हें अच्छा खाना नहीं दिया जा रहा है। घटिया खाना परोसे जाने की वजह से भी उन्हें कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. शिकायत करने पर उनका इलाज भी नहीं कराया जाता, जिससे उनकी स्थिति और गंभीर हो जाती है, जो अंततः उनकी मौत का कारण बन सकती है.

अप्राकृतिक सेक्स की कोशिशें भी होती है


जानकारी के अनुसार, कुछ साल पहले 20 साल के एक कैदी ने 19 साल के कैदी के साथ जबरन अप्राकृतिक सेक्स किया था, जिसकी शिकायत मुंबई के एन.एम. जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी। हालांकि, शिकायत के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।