गुजरात: पीएम मोदी ने नारी शक्ति को किया प्रणाम, कहा- महिलाओं के सम्मान का जिम्मा हम सब पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात की राजधानी गांधीनगर में बीजेपी की महिला मोर्चा को संबोधित किया. पीएम ने इस दौरान महिला सशक्तिकरण की बात कही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात की राजधानी गांधीनगर में बीजेपी की महिला मोर्चा को संबोधित किया. पीएम ने इस दौरान महिला सशक्तिकरण की बात कही. पीएम मोदी ने कहा "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का लक्ष्य समाज में बेटियों के प्रति सोच को बदलने का है, जो सफलता के साथ आगे बढ़ रहा है. इसके चलते बेटियों की संख्या में भारी वृद्धि दर्ज की गई है." पीएम ने कहा "राजनीतिक जीवन हो, आर्थिक जीवन हो या फिर सामाजिक जीवन, महिलाओं के लिए ऐसे बहुत से काम हैं जो पहली बार इसी सरकार के दौरान हुए हैं." प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी शासित राज्यों द्वारा महिलाओं के हित में उठाए गए कदमों का जिक्र भी किया.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि रेप जैसे मामलों में फांसी के अलावा जेल की सजा को बढ़ाकर 20 साल तक किया गया है. बलात्कार के सभी मामलों में 2 महीने के भीतर जांच पूरी हो, इसके लिए कानून में प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा भी मिले, भेदभाव से भी मुक्ति मिले, इसके लिए भी प्रयास किए गए हैं. तमाम रुकावटों के बावजूद, कट्टरपंथियों और विपक्ष के विरोध के बावजूद तीन तलाक कानून बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत देश की करीब 6 करोड़ बहनों को मुफ्त गैस का कनेक्शन पहुंच चुका है. 5 करोड़ का लक्ष्य तो समय से पहले ही पूरा किया गया, अब 8 करोड़ के नज़दीक पहुंच चुके हैं. सरकार ने अब इसका विस्तार करते हुए हर घर तक गैस कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. बीते 4 वर्षों में जो नींव हमने बनाई है, समाज में जो सकारात्मक परिवर्तन की एक मुहिम खड़ी की है, वो अभूतपूर्व है. ये आजादी के इतिहास में पहली बार है कि सरकार की ज्यादातर फ्लैगशिप योजनाओं के केंद्र में महिलाएं हैं.
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कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की महिलाओं को बुनियादी सुविधाएं देने तक की प्राथमिकता जिनकी नहीं रही, उनकी नीयत और सोच क्या है, इससे पूरा देश परिचित है.जो राजनीतिक दल दशकों तक सत्ता में रहे और समाजिक परिवर्तन, महिलाओं को लेकर सोच में बदलाव के लिए सिर्फ और सिर्फ समय का इंतज़ार करते रहे, वो अब भी वादे करने में लगे हैं. पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा ये मजबूत विश्वास रहा है कि महिलाएं एक कुशल और अनुशासित मैनेजर होने के साथ-साथ संगठनकर्ता होती हैं.'