Gujarat Elections 2022: कांग्रेस उम्मीदवार ने दाखिल किया हलफनामा, कहा- जनता का विश्वास नहीं तोड़ूंगा

पिछले एक दशक से कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है, क्योंकि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुने गए विधायकों ने न केवल पार्टी बल्कि मतदाताओं को भी धोखा दिया, मध्यावधि में पार्टी से इस्तीफा दे दिया और पाला बदल लिया.

कांग्रेस (Photo Credits Facebook)

नवसारी (गुजरात), 30 नवंबर : पिछले एक दशक से कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है, क्योंकि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुने गए विधायकों ने न केवल पार्टी बल्कि मतदाताओं को भी धोखा दिया, मध्यावधि में पार्टी से इस्तीफा दे दिया और पाला बदल लिया. इससे सबक लेते हुए पार्टी के नवसारी निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार दीपक बारोट ने नोटरी हलफनामे के जरिए मतदाताओं से वादा किया है कि वह पांच साल तक उनके विश्वास को धोखा नहीं देंगे. उनका हलफनामा नवसारी में उनके दोस्तों, फॉलोअर्स और शुभचिंतकों द्वारा सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है.

आईएएनएस से बात करते हुए दीपक बारोट ने कहा, मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता था कि अगर वह मुझे कांग्रेस के सिंबल पर वोट देते हैं, तो मैं पार्टी नहीं छोड़ूंगा और उनके भरोसे को धोखा नहीं दूंगा. मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि लोगों को लगने लगा है कि प्रतिनिधि निर्वाचित होने के बाद वफादारी नहीं दिखाते हैं. यह भी पढ़ें : 20वीं सदी में महात्मा गांधी, पटेल, 21वीं सदी में प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के गौरव के प्रतीक : राजनाथ

उनका ²ढ़ विश्वास है कि यदि खरीद-फरोख्त से सरकार बनानी है, तो चुनाव नहीं बल्कि एक खुला बाजार होना चाहिए, जहां राजनीतिक नेताओं का व्यापार किया जा सके. भारत के चुनाव आयोग को उनका सुझाव है कि उन्हें एक नियम बनाना चाहिए कि यदि कोई निर्वाचित प्रतिनिधि कार्यकाल के दौरान पार्टी छोड़ देता है जिसके लिए वह निर्वाचित होता है, तो ऐसे राजनीतिक नेताओं को जीवन भर के लिए चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए, अन्यथा लोग विश्वास खोने लगेंगे और चुनाव में भाग नहीं ले पाएंगे.

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