Bird Flu in Gujarat: अहमदाबाद के पोल्ट्री फार्म में मिला बर्ड फ्लू का मामला, मांस-मटन और मुर्गे की बिक्री पर लगा बैन
गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले के सोला इलाके में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. नमूनों में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टी होने के बाद एहतियात के तौर पर अहमदाबाद में मांस, मटन और मुर्गे की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही अहमदाबाद जिला कलेक्टर ने अंडे और खाद्य पदार्थों को भी नष्ट करने का आदेश दिया है.
अहमदाबाद: गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) जिले के सोला इलाके में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. नमूनों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के संक्रमण की पुष्टी होने के बाद एहतियात के तौर पर अहमदाबाद में मांस, मटन और मुर्गे की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही अहमदाबाद जिला कलेक्टर ने अंडे और खाद्य पदार्थों को भी नष्ट करने का आदेश दिया है. Parvo Virus: Bird Flu की दहशत के बीच यूपी के कानपुर में नया परवो वायरस, 8 कुत्तों की मौत
गुजरात के तापी जिले में फरवरी महीने में ही कुक्कुट पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद एहतियात के तौर पर 17 हजार पक्षियों को मारने का फैसला किया गया. एक अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के नवापुर से सटे तापी के उच्छल तालुका में दो पोल्ट्री फार्मों के नमूने बर्ड फ्लू से पॉजिटिव पाये गये थे. जिसके बाद प्रभावित क्षेत्र के लगभग 17,000 कुक्कुट पक्षियों को मार दिया गया.
बीते महीने रूस (Russia) में एवियन इन्फ्लुएंजा (Avian Influenza) वायरस से इंसान के संक्रमण होने का मामला सामने आया. यह पहला मौका है जब दुनिया में बर्ड फ्लू से लोगों में संक्रमण हुआ है. इंसान में इस वायरस के संक्रमण होने की पुष्टि की घोषणा खुद रूसी सैनिटरी अधिकारी ने की. दक्षिण रूस में एक पोल्ट्री फार्म के सात कर्मचारी बर्ड फ्लू वायरस की चपेट में आ गए थे. सभी में संक्रमण के हल्के लक्षण थे.
उल्लेखनीय है कि भारत ने बर्ड फ्लू के खिलाफ किसी भी वैक्सीन के उपयोग की अनुमति नहीं दी है और न ही अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे अन्य देशों ने इस तरह के किसी भी वैक्सीन को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार का मानना है कि वैक्सीनेशन को एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के नियंत्रण के लिए समाधान नहीं माना जा सकता है. जिन कुक्कुटों का वैक्सीनेशन किया जाता है, वहां निगरानी तंत्र, कड़ी जैव सुरक्षा आदि के बिना वायरस के स्थानीय रूप लेने की आशंका होती है.