ग्रेटर नोएडाः मलबे से निकाला गया 8वां शव, CM योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने का किया ऐलान
हालांकि मलबे में फंसे लोगों की संख्या पता नहीं है लेकिन अधिकारियों और आस-पास रहने वालों ने इमारत के मलबे में कम से कम 50 लोगों के दबे होने की आशंका जताई है जिनमें ज्यादातर मजदूर हो सकते हैं
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा के एक शाहबेरी गांव में मंगलवार शाम दो इमारतें ढह गईं जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में अब तक 8 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके लिए बचाव कार्य अभी भी जारी है. वहीं इस घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है.
बता दें कि इस मलबे में अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. हादसे के बाद से ही एनडीआरएफ की चार टीम राहत और बचाव अभियान में जुटी हैं. मलबे से लोगों को निकालने में स्निफर डॉग्स की भी मदद ली जा रही है. जेसीबी मशीन की मदद से दोनों घरों के मलबे को हटाने का काम जारी है.
खबरों के अनुसार ये बिल्डिंग अवैध रूप से बिना कोई नक्शा पास कराये ही बनवाई जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में बिल्डर गौरीशंकर दुबे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में धड़ल्ले से, खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए निर्माण कार्य हो रहे हैं.
हालांकि मलबे में फंसे लोगों की संख्या पता नहीं है लेकिन अधिकारियों और आस-पास रहने वालों ने इमारत के मलबे में कम से कम 50 लोगों के दबे होने की आशंका जताई है जिनमें ज्यादातर मजदूर हो सकते हैं. बचावकर्मियों ने बुधवार सुबह तीन शव बरामद किए थे. दोपहर के बाद बचावकर्मियों को पत्थरों के नीचे एक पैर दिखाई दिया. बचावकर्मियों ने तीन-चार घंटे की मशक्कत के बाद शव निकाला जो बजाहिर एक महिला का था. इसके बाद मलबे से निकले शवों की संख्या फिलहाल बढ़कर अब 8 हो गई है.