जयपुर: देश के आला अधिकारियों को चुनने वाली प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2018 के परिणाम में शीर्ष दस में से चार राजस्थान के हैं. जयपुर के ही कनिष्क कटारिया इस परीक्षा में अव्वल रहे हैं.
संघ लोकसेवा आयोग ने शुक्रवार रात परिणाम जारी किए. इनमें जयपुर के कनिष्क कटारिया को पहली रैंक मिली है. इसके अलावा जयपुर के ही अक्षत जैन दूसरे, अजमेर के श्रेयांस कूमट चौथे तथा नीमकाथाना (सीकर) के शुभम गुप्ता छठे स्थान पर हैं. कनिष्क ने परिणाम आने के बाद संवाददाताओं से कहा,‘'यह मेरा पहला प्रयास था और मुझे अच्छी रैंकिंग का पूरा भरोसा था. लेकिन पहली रैंक आना मेरे लिए भी सुखद हैरानी वाला है. लोकसेवा में जाना मेरे बचपन का सपना था जो पूरा हो गया.’' कनिष्क ने कहा कि वह डिजिटलीकरण के क्षेत्र में सरकारी प्रयासों में योगदान करना चाहेंगे.
बीटेक कर चुके कनिष्क ने दक्षिण कोरिया में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी और उसके बाद बेंगलुरू में एक कंपनी में काम किया. 2017 में उन्होंने सिविल सेवा के लिए प्रयास करने का फैसला किया ताकि अपने बचपन के सपने को पूरा कर सकें. परीक्षा में दूसरी रैंक पाने वाले अक्षत जैन के पिता डीसी जैन आईपीएस अधिकारी और मां सिम्मी जैन आईआरएस अधिकारी हैं और वे ही उनके लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं. आईआईटी गुवाहाटी से अभियांत्रिकी स्नातक जैन ने दूसरे प्रयास में यह रैंक हासिल की है. जैन ने कहा कि वह हमेशा से ही अपने माता पिता की तरह लोकसेवा में जाना चाहते थे और अब शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं.
अक्षत ने सिविल सेवा के लिए पहला प्रयास 2017 में किया था. इसी तरह शुभम गुप्ता जो मूल रूप से नीमकाथाना (सीकर) के हैं लेकिन जयपुर में रहते हैं, वे छठे स्थान पर रहे हैं. शुभम पहले ही आडिट एंड अकाउंट सेवा में काम कर रहे हैं.