गाजियाबाद: दलित महिला को मंदिर जाने से रोका, पीड़िता ने लगाया धक्का-मुक्की का आरोप, जांच में जुटी पुलिस
दलित महिला को मंदिर जाने से रोका (Photo Credits: ANI)

गाजियाबाद: आज हम भले ही 21वीं सदी के आधुनिक भारत में रह रहे हैं और एकता की बात करते हैं, लेकिन कहीं न कहीं आज भी जातिवादी अधिकांश लोगों पर हावी है. जातिवाद की ऐसी ही एक बानगी देखने को मिली गाजियाबाद (Ghaziabad) में, जहां एक महिला को मंदिर (Temple) के भीतर दाखिल होने से सिर्फ इसलिए रोक दिया गया, क्योंकि वह छोटी जाति यानी दलित (Lower Caste Woman) थी. बताया जा रहा है कि जब महिला ने इसका विरोध किया तो कथित तौर पर उसके साथ धक्का-मुक्की की गई. मंदिर में जाने से रोकने और उसके साथ धक्का-मुक्की किए जाने के बाद महिला स्थानीय पुलिस के पास इस घटना की शिकायत लेकर पहुंची.

गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट (Sihani Gate) के नूर नगर गांव की रहने वाली 50 वर्षीय शकुंतला देवी (Shakuntala Devi)  का कहना है कि रोजाना की तरह बुधवार को भी वो अपने घर से मंदिर में पूजा करने के लिए निकली थी. जैसे ही वो मंदिर पहुंची, गांव के एक शख्स ने उन्हें मंदिर में जाने से रोक दिया और उनसे उनकी जाति व मोहल्ले के बारे में पूछने लगा. इस मामले में एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि महिला का आरोप है कि एक व्यक्ति ने उसे मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया. महिला की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.

दलित महिला को मंदिर जाने से रोका- 

पीड़ित महिला का कहना है कि जब उन्होंने मंदिर में प्रवेश न दिए जाने की वजह पूछी, तो उस शख्स ने जातिसूचक शब्द कहे. इसके बाद भी जब महिला अंदर जाने की कोशिश करने लगी तो शख्स ने उसके साथ धक्का-मुक्की की. इसके बाद महिला ने घर जाकर इस घटना की जानकारी अपने परिवार को दी, जिसके बाद सभी लोग मंदिर के पास इकट्ठा हुए और हंगामा शुरु कर दिया. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के गार्डो ने दलित महिला छात्रा को शौचालय इस्तेमाल से रोका

गौरतलब है कि जब यह मामला थाने में पहुंचा तो पुलिसकर्मियों ने पहले दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी जिसके बाद महिला की शिकायत दर्ज की गई और उसके आधार पर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.