Gandhi Jayanti 2024: गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता गतिविधियों में भाग लिया
गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्वच्छता संबंधित गतिविधियों में भाग लेकर स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का संदेश दिया.
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर : गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्वच्छता संबंधित गतिविधियों में भाग लेकर स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का संदेश दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर स्वच्छता गतिविधियों की कुछ तस्वीरें शेयर की और कैप्शन में लिखा, "आज, गांधी जयंती पर, मैंने अपने युवा दोस्तों के साथ स्वच्छता से संबंधित गतिविधियों में भाग लिया. मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप भी दिन के दौरान किसी न किसी गतिविधि में भाग लें और साथ ही, स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करते रहें."
पीएम मोदी ने एक दूसरे पोस्ट में लिखा, "आज हम स्वच्छ भारत के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो भारत को स्वच्छ बनाने और बेहतर स्वच्छता सुविधाएं सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण सामूहिक प्रयास है. मैं उन सभी लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए काम किया है!" यह भी पढ़ें : झारखंड की धरती से आज 83 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे पीएम मोदी, भाजपा की परिवर्तन रैली को भी संबोधित करेंगे
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी की जयंती पर 'एक्स' पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी. पीएम मोदी ने लिखा, "देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि." एक दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा, "सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन. सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा."
बता दें कि गांधी जयंती के अवसर पर देश भर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान स्वच्छता और सादगी के प्रति प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया है, ताकि स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए. देश भर में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का उद्देश्य सफाई को बढ़ावा देने के साथ-साथ महात्मा गांधी के सिद्धांतों को जीवित रखना है.