
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के भीतर घुसकर हवाई हमले कर जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के ठिकानों को बर्बाद कर दिया है. इस हमले की पुष्टी करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला पाकिस्तान में पल रहे आतंकियों के खात्मे के लिए किया गया. इसमें किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को हानि नहीं पहुचाई गई है.
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले (Vijay Gokhale) ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वायुसेना ने खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई की है. इसमें बालाकोट में वायुसेना ने जैश के ठीकाने को तबाह किए है. भारतीय वायु सेना ने केवल आतंकी संगठन जैश के ठिकानों पर कार्रवाई की है. किसी नागरिक को नुकसान न हो इसके लिए काफी ऊंचाई से घने जंगलों के बीच बम गिराए गए. इस दौरान कमांडर सहित कई आतंकी मारे गए है.
गोखले ने कहा कि ये सभी पिछले 2 दशक से पाकिस्तान में सक्रिय थे. यह भारत पर फिर हमला कर सकते थे. उन्होंने कहा बालाकोट में इस कैंप को जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार मौलाना यूसुफ अजहर चला रहा था.
पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना के हमले के बाद मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आवास पर सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक हुई. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हुए.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, प्रधानमंत्री कार्यालय के अन्य शीर्ष अधिकारी और सुरक्षा विभाग से जुड़े तमाम आला अधिकारी बैठक में मौजूद रहे. उधर भारतीय हमले के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आपात बैठक बुलाई है.
गौरतलब है कि यह आरोप जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों में बढ़े तनाव के बीच लगाया गया है. हमले में सुरक्षा बल के 40 जवाब शहीद हुए थे.